रोटरी क्लब कोरपोरेट ने किया सेवा सहयोगियों का सम्मान
उदयपुर। किसी भी अनजान व्यक्ति की सेवा तब तक नहीं की जा सकती है जब तक अपना न बन जाएं। उसे अपना बनाने के लिए उसे कुछ देने के बारें में सोचना होगा तभी वह अपना बन सकेगा। अपना बनने पर ही हम उस व्यक्ति की सेवा कर सकते है। सेवा हमेशा अपनों की होती है परायों की नहीं।
यह कहना था रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 के प्रांतपाल अनिल अग्रवाल का। जो आज पारस महल होटल में आयोजित क्लब की अधिकारिक यात्रा के अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होनें कहा कि रोटरी नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने के अनेक अवसर देती है। जीवन में अपने आप को कभी किसी से कमतर आंक कर अपने आपको छोटा महसूस नहीं करें। ऐसा करने से स्वंय के जीवन की उन्नति रूक जाती है। हमें विश्व के उन 2 प्रतिशत एलिट क्लास के लोगों के समान बनना है जिन्होनें विश्व में अपने कार्यो के दम पर अपनी पहिचान बनायी है।
सेवा सहयोगियों का हुआ सम्मान:- प्रांतपाल अनिल अग्रवाल, क्लब की संरक्षिका मंजीत के. बंसल, क्लब अध्यक्ष इशांतसिंह, सहायक प्रांतपाल निधि सक्सेना व सचिव पराक्रमसिंह ने अरावली हॉस्पीटल के डॅा. आनन्द गुप्ता, संगीतज्ञ रियाजखान, लाल पैथ लैब के डॅा. अरविन्दरसिंह, आशाधाम की सिस्टर डेमियन, आरजे अंकित माथुर, श्रीमती गोदावत, दैनिक भास्कर के महाप्रबंधक अजित जॉनी, अख्तर खान, सरोज शर्मा, रमेशचन्द्र गुप्ता, शरद परोहित, दिनेश गोठवाल, आकाश चावत, नारायणसिंह सिसोदिया का माल्यार्पण कर व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
क्लब की ओर से प्रांतपाल ने आशाधाम की सिस्टर डेमियन को आर्थिक सहयोग राशि का चैक प्रदान किया। प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष ईशांतसिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया। संरक्षिका मंजीत के. बंसल ने क्लब द्वारा इस सत्र में अब तक किये गये सेवा कार्यों के बारे में जानकारी दी। भारद्वाज ने प्रांतपाल का परिचय दिया।
नये सदस्यों ने ली शपथ : क्लब में आज शामिल हुए 5 नये सदस्यों अंकित माथुर, अंकित तिवारी, गौरव खन्ना, राजेन्द्र सुयल व समवित औदिच्य को प्रांतपाल अनिल अग्रवाल ने शपथ दिलायी। इस अवसर पर तीन सदस्यों ईशांतसिंह, रक्षिता व प्रसून भारद्वाज पीएचएफ बने। अंत में सचिव पराक्रमसिंह ने धन्यवाद दिया।