कपासन में स्वाध्याय भवन का उद्घाटन
फतहनगर। भारत विश्रुत, मेवाड़ महानायक श्रमण संघीय महामंत्री सौभाग्य मुनि ‘कुमुद’ ने कहा कि सांसारिक कार्यों में अपव्यय और आडम्बर का बोलबाला हो गया है। इससे समाज को किसी प्रकार का फायदा नहीं है। ऐसे आडम्बर बंद कर समाज एवं लोक कल्याण के लिए पैसा खर्च करने के लिए आगे आने की आवश्यकता है।
सौभाग्यमुनि बुधवार को कपासन में जैन स्थानक के उद्घाटन अवसर पर आयोजित धर्मसभा में बोल रहे थे। उन्होने कहा कि हम जन्मा, मरण एवं परण के दौरान खूब फिजूल खर्ची करते हैं। इस पर अंकुश लगाने की आश्वयकता है अन्यथा गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। इसके लिए जैन समाज के लोगों से आगे आने का आह्वान किया है। मुनिश्री ने कहा कि ऐसा कर जैन समाज के लोग अन्य समाज के लोगों के सामने अनूठा उदाहरण पेश कर सकते हैं। इससे सभी समाजों को नई दिशा मिल सकेगी।
इससे पहले पुरानी कचहरी के पास नव निर्मित गुरू अम्बेश सौभाग्य भवन का उद्घाटन सुनील, सीमा कोठारी, बालेन्द्र, अविनाश, प्रियांक, शुभम व सोहनदेवी कोठारी ने किया जबकि ध्वजारोहण राजेन्द्र चण्डालिया की ओर से किया गया। स्थानक के उद्घाटन के साथ ही सौभाग्य मुनि, महाश्रमण मदन मुनि एवं अन्य संत व साध्वियों ने मंगल प्रवेश किया। गुरू अम्बेश सौभाग्य स्वाध्याय संस्थान अध्यक्ष सुनील कोठारी ने स्वागत किया। मंगलाचरण कोमल मुनि ने किया। समारोह की अध्यक्षता प्रकाशचन्द्र तातेड़ ने की जबकि नरेश लोढ़ा, नेमीचंद धाकड़ व सुनील ढीलीवाल मुख्य अतिथि तथा पावनधाम अध्यक्ष मनोहरलाल लोढ़ा, भंवरलाल बोहरा, न्यायाधीश प्रकाशचन्द्र पगारिया आदि बतौर अतिथि मौजूद थे। श्रीसंघ अध्यक्ष नाथूलाल पानगडिय़ा,कमलेश कोठारी, महेन्द्र चण्डालिया तथा अन्य ने अतिथियों का स्वागत किया। साध्वी प्रज्ञाश्री व पूर्वाश्री ने स्वाध्याय भवन की महिमा पर रचना पेश की। इस मौके पर जय मेवाड़ जय चित्तौड़ ग्रुप की ओर से कपासन कोर्ट परिसर में सौभाग्यमुनि कुमुद के नाम पर जल मंदिर बनवाने की घोषणा की गई जिसका करतल ध्वनि से सभी ने स्वागत किया। पावनधाम मंत्री बलवन्तसिंह हिंगड़,एम.सी.रांका व संत मुक्तामनंद ने भी विचार रखे। जिला प्रमुख सुशीला जीनगर,बड़ी सादड़ी विधायक गौत्तम दक आदि भी मौजूद थे।
हींगड़ ने बताया कि सौभाग्यमुनि एवं अन्य संत शुक्रवार को भी कपासन में ही विराजित रहेंगे तथा शनिवार को संभवतया जाशमा की ओर विहार कर सकते हैं। सभी संत यहां से गिलूण्ड,सुरावास होते हुए 25 मई तक गंगापुर एवं इसके बाद पोटलां की ओर विहार करेंगे। इधर फतहनगर के गुरू अम्बेश पावनधाम पर बीन म.सा. उगमवती व विजयलता म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में 8 से 15 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं का धार्मिक संस्कार शिविर आयोजित किया जाएगा। चंदन बाला महिला मण्डल के तत्वावधान में 18 से 25 मई तक होने वाला यह शिविर आवासीय होगा। यह जानकारी महिला मण्डल की अध्यक्ष श्रीमती पतासबाई खेरोदिया ने दी।