महाराणा प्रताप की 474 वीं जयंती पर सात दिवसीय समारोह
उदयपुर। कहीं महारणा उदयसिंह की प्रतिमा का दुग्धाभिषेक तो कहीं स्वामी भक्त चेटक की महाआरती और कहीं अखाडा़ प्रदर्शन। गुरुवार सुबह से शाम तक महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य में उल्लासपूर्ण माहौल रहा।
नगर निगम तथा मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 474 वीं जयंती पर चल रहे सात दिवसीय कार्यक्रम के तहत पांचवे गुरुवार को भारतीय जनता मजदूर मोर्चा, ओम बन्ना सेवा संस्थान, बजरंग सेना मेवाड़, प्रताप पूंजा शस्त्र कला प्रशिक्षण देवाली के तत्वावधान में चेटक सर्कल स्थित चेटक अश्वे पूजन व महाआरती की गई। मुख्य अतिथि सांसद अर्जुनलाल मीणा थे। अध्यक्षता महापौर रजनी डांगी ने की। विशिष्ट अतिथि प्रमोद सामर, उद्योगपति घनश्याअमसिंह कृष्णावत आदि थे। कार्यक्रम के दौरान तख्तसिंह शक्तावत, तेजसिंह बांसी, पूर्व सभापति रविन्द्र श्रीमाली, संयोजक प्रेम सिंह शक्तावत, डॉ. राजेन्द्र सिंह जगत,दिलिप सिंह बांसी, मोट्यिार परिषद् के संभाग पाटवी घनश्यातम सिंह भीण्डर, महामंत्री कृष्णकांत नाहर उपस्थित थे। उदबोधन में सांसद अर्जुन मीणा ने कहा कि प्रताप का नाम इतिहास में ही नहीं सम्पूर्ण संसार में स्वदेश प्रेम, स्वतंत्रता, सर्वधर्म सम्भाव के लिए जाना जाता है। भारत की नौजवान पीढ़ी को इनके समर्पण से सीख लेनी चाहिए।
अखाड़ा प्रदर्शन व हैरतअंगेज कारनामे : वीर हनुमान राष्ट्रीय व्यायामषाला के उस्ताद नरेन्द्र सोनी तथा फतेहसिंह राठौड के नेतृत्व में तलवारबाजी, मुगदर प्रदर्शन, डॉलर, मुंह से वेन खींचना आदि प्रदर्शन किए गए।
दुग्धाभिषेक: सुबह बजरंग दल द्वारा जिला संयोजक गजेेन्द्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में उदियापोल चौराहे पर स्थिति महाराणा उदय सिंह की प्रतिमा का दुग्धाभिषेक व माल्यार्पण कर उनको नमन किया गया। इस अवसर पर बजरंग दल के जिला सहसंयोजक सुधीर शर्मा, विश्वं हिन्दू परिषद् के देव श्रीमाली, बसंत चौबीसा, खुमाण सिंह चुण्डावत, किशन लोधा, विष्णु राठौड, छोगालाल सुथार, सुखलाल सालवी, राकेश कल्याणा, गौतम राठौड़ व पराग वैष्णव सहित क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी उपस्थित थे।