दो दिवसीय लायन्स डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग असेम्बली ‘गुरूकुल’ शुरू
उदयपुर। लायंस अन्तर्राष्ट्रीय की निदेशक संगीता जटिया ने कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए लकीर के फकीर बनने के बजाय बदलाव करते हुए आगे बढ़ते रहने चाहिये। वे लायन्स क्लब डिसिट्रक्ट 323 ई-2 के होटल वेली व्यू में आयोजित दो दिवसीय लायन्स डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिग असेम्बली गुरुकुल को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति जिसमें भी रूचि हो उसमें अपनी काबिलियत दिखाते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिये। एक अच्छा नेतृत्व वहीं व्यक्ति दे सकता है जो स्वयं में मजबूत हो और सभी को साथ लेकर मिलजुल कर चले। अच्छा नेतृत्व देने वाला व्यक्ति समाज में अपने गुणों से अपनी पहचान स्वंय बनाता है। इस अवसर पर जटिया ने प्रांत द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।
ट्रेनर राजेश्वरी नरेन्द्रन ने कहा कि मजबूत लीडर वह व्यक्ति होता है जो जीवन के उद्देश्य को सामने रखकर उस पर अमल करता हुआ चलता है। जीवन में हमेशा प्राथमिकता को आगे रखते हुए चलना चाहिये। पूर्व बहुप्रांतीय अध्यक्ष लॉयल द्वारका जालान ने क्लब सदस्यों सेअपनी सम्पूर्ण शक्ति का प्रयोग करने का आह्वान किया। सुरेश गोयल ने बहुप्रांत में तृतीय स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी। अनिल नाहर ने कहा कि लीडरशिप प्रोग्राम के तहत हम प्रांत को आगे बढ़ा सकते हैं। रोटरी के पूर्व प्रान्तपाल रत्नेश कश्यप ने कहा कि जीवन में खुशियां मनाने का बहाना ढूंढना चाहिए।
उद्घाटन सत्र में वी. के. लाडिया ने अतिथियों, पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए प्रांत द्वारा एक नई मिसाल कायम करने की बात कही। लाडिया ने कहा कि हमें अन्य संस्थाओं से सीखना चाहिए। इसमें कोई शर्म नहीं आनी चाहिए। सभी पदाधिकारियों से खुद में लीडरशिप के गुण पैदा कर नये नये सेवा कार्यों का प्रयोग करने का आह्वान किया।
हैदराबाद, पूना, कोलकाता से आये वक्ता दो दिनों में लायन्स क्लबों के अध्यक्ष, सचिवों व केबिनेट का मार्गदर्शन कर उन्हें सेवा पथ पर चलने के नए मार्ग सुझाएंगे। राजस्थान, मध्यप्रदेश के साढ़े पांच सौ से अधिक पदाधिकारी भाग ले रहे है। समारोह में प्रान्तपाल सुरेश गोयल, उप प्रांतपाल प्रथम बी. वी. माहेश्वरी, उप प्रांतपाल द्वितीय निर्वाचित अरविन्द चतुर,पूर्व प्रान्तपाल डॉ. आलोक व्यास, डिस्ट्रिक्ट सचिव अरविन्द रस्तोगी, राकेश जोधावत, परमजीत अरोड़ा ने भी समारोह को संबोधित किया। संचालन सुषमा जोशी ने किया जबकि धन्यवाद डॅा. आलोक व्यास ने दिया।