पुलिस हर स्थिति से निपटने को तैयार
उदयपुर बंद के साथ भामस, रोडवेजकर्मी, नर्सिंगकर्मियों का आंदोलन भी
उदयपुर। उदयपुर में हाईकोर्ट खण्ड्पीठ की मांग को लेकर अधिवक्ता ओं के सोमवार को आहूत उदयपुर बंद को सफल बनाने के लिए 3-3 अधिवक्ताकओं की 22 टोलियां निकलेंगी। शहर को 22 भागों में विभक्त किया गया है। इससे पूर्व शनिवार को न्यायालय के बाहर महिला अधिवक्ताओं ने क्रमिक अनशन के तहत भूख हड़ताल की।
बार एसोसिएशन एवं मेवाड़ वागड़ हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के तत्वावधान में अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया वहीं स्टाम्प वेण्डर्स, टाईपिस्ट, फोटो स्टेट व्यवसायी, नोटेरी अधिवक्ताओं ने कारोबार बंद रखा।
धरना स्थल पर महिला अधिवक्ता बार की पूर्व अध्यक्षा प्रमोदिनी बक्षी के नेतृत्व में सहवृत सदस्य हितेषी जैन, पूर्व वित सचिव स्वाति रॉबर्ट, रागिनी शर्मा, वीना अग्रवाल, मीरा पोरवाल, लता शर्मा, शीतल नंदवाना, नीता शर्मा, मंजुलता, संगीता अरोडा़, रेखा तलेसरा, चन्द्रप्रभा दशोरा, आशा माली, पुष्पा सेन, नरगिस, सुधा मेहता, पायल पुरोहित, मीनाक्षी शाह नागौरी, अनुपमा झा, सोनिका जैन, शीतल पालीवाल, नीशा शर्मा, रितु मेहता आदि ने भाग लिया। धरना स्थल पर पूर्व केन्द्री य मंत्री डॉं. गिरिजा व्यास व राजस्थान यूथ इंटक के प्रदेश अध्यक्ष जगदीशराज श्रीमाली भी पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया। बंद के लिए सभी अधिवक्ताओं को क्षेत्रवार जिम्मेदारी दी गई एवं बार एसोसिएशन व संघर्ष समिति की ओर से उदयपुर शहर के सभी सम्मानित नागरिक बंधुओं, व्यापारिक वर्ग, विधार्थी वर्ग से उक्त बंद को सफल बनाने की अपील की गई।
सभा को मेवाड़-वागड़ हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के संयोजक रमेश नंदवाना, महासचिव शांति लाल पामेचा, अध्यक्ष भरत कुमार जोशी, हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के समन्वयक गौतमलाल सिरोहिया, पूर्व अध्यक्ष रोशनलाल जैन आदि ने संबोधित किया।
स्थिति से निबटने से पुलिस तैयार
पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा् ने बताया कि कृषि विश्वधविद्यालय में केबिनेट मीटिंग के मद्देनजर भारतीय मजदूर संघ, बार एसोशिएशन, नर्सिंगकर्मी, रोडवेजकर्मियों आदि के आंदोलन को देखते हुए पर्याप्त पुलिस प्रबन्ध किये गये है। इसके लिए 8 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 12 पुलिस उप अधीक्षक, 28 निरीक्षक पुलिस/उप निरीक्षक पुलिस तथा 1200 से ज्यादा पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस प्रबन्ध में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अश्रु गैस पार्टी, लाठी पार्टी, वज्र वाहन, वॉटर केनन उपयुक्त स्थान पर लगाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त स्पेशल टास्क फोर्स की एक कम्पनी तथा एक इमरजेन्सी रेस्पोन्स टीम (ईआरटी) तैनात की गई है। इसके अतिरिक्त 4 आरएसी की कम्पनी आपात स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तैनात रहेंगी। मीटिंग के दौरान शान्तिपूर्वक धरना, प्रदर्शन की अनुमति होगी, लेकिन कानून तोड़ने पर समुचित पुलिस बल उपयोग में लेकर स्थिति को नियंत्रित रखा जाएगा।