‘दूरस्थ शिक्षा के सामाजिक सरोकार’ पर परिचर्चा
उदयपुर। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के तत्वावधान में गुरुवार को ‘दूरस्थ शिक्षा के सामाजिक सरोकार’ विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई।
परिचर्चा में पेसिफिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भगवती प्रसाद शर्मा ने कहा कि शिक्षा के साथ पर्यावरण सुरक्षा, राष्ट्र के प्रति आर्थिक निष्ठा और गुणवता बनाए रखना और संवेदनशीलता का निर्माण करते हुए कौशल का विकास करना आज के दौर में सबसे महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने इस दृष्टि से दूरस्थ शिक्षा की उपादेयता को भी उजागर किया।
नवनिर्वाचित महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा प्रणाली सेवारत लोगों और नियमित अध्ययन ना कर पाने वालों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से सामाजिक मूल्यों की रक्षा होती है और इससे समाज में व्याप्त विभिन्न प्रकार के अपराध और भ्रष्टाचार को दूर किया जा सकता है। जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक प्रथम) कृष्णा चौहान ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ अन्य मानवीय मूल्यों और नैतिक गुणों से शिक्षित होने पर शैक्षिक नीति का दारोमदार टिका है। आकाशवाणी के पूर्व निदेशक मणिक आर्य ने विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों को रोजगारमुखी होने की जानकारी दी और कहा कि ये पाठ्यक्रम व्यक्ति का बहुआयामी विकास करते हैं।
इससे पूर्व वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रश्मि बोहरा ने विश्वविद्यालय के 27 वर्षीय गौरवपूर्ण इतिहास का परिचय देते हुए इसकी भूमिका को सर्वजन हिताय बताया और कहा कि इससे गृहिणियां, नियमित छात्र, सेवाकर्मी, प्रौढ़ इत्यादि सभी का सशक्तिकरण हो रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी जरुरत रुचि एवं समय के अनुरुप बिना किसी बाधा के न्यूनतम फीस में विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी करने की खूबी को बताया। समारोह में बड़ी संख्या में विद्यार्थी और प्रबुद्धजन मौजूद थे। सहायक कुलसचिव सुरेश कुमार शर्मा ने आभार प्रदर्शन किया।
अभिनंदन : परिचर्चा के दौरान क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रश्मि बोहरा ने कार्यक्रम में पहुंच सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान उदयपुर नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर चन्द्रसिंह कोठारी का स्मृति चिह्न देकर अभिनन्दन एवं सम्मान किया गया।
40 यूनिट रक्तदान भी : रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें कुल 40 यूनिट रक्तदान किया गया। युवाओं ने समाज के प्रति जागरुकता दिखाते हुए बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। शिविर का अवलोकन करते हुए अतिथियों ने इस आयोजन को प्रेरणादायी बताया और भाग लेने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान किए।