राष्ट्रीय सेवा योजना का संभाग स्तरीय कार्यक्रम अधिकारी सम्मेलन शुरू
उदयपुर। राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना एनएसएस के तत्वानवधान में दो दिवसीय ‘संभाग स्तरीय कार्यक्रम अधिकारी सम्मलेन’ का शुभारम्भ हुआ। उदघाटन सत्र के मुख्य अतिथि शिक्षाविद डॉ. परमेन्द्र दशोरा ने कहा कि सेवा एक संकल्प है, साधना है, समर्पण है और इसके माध्यम से जीवन के सार्थक लक्ष्य सत्चितानन्द और संतोष की प्राप्ति होती है।
मुख्य अतिथि ने नशामुक्त और स्वछ भारत अभियान के लिए सभी कार्यक्रम अधिकारियों को संकल्पित होने के लिए आह्वान किया। राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रमुख कार्य सम्पूर्ण जीवन की योजनाओं का बीजारोपण और सेवा भावना के साथ व्यक्तित्व निर्माण है। अध्यक्षीय उदबोधन में प्राचार्य डॉ. मिलापचंद जैन ने कहा कि समय का सदुपयोग करते हुए बिंदु से सिंधु बनाने की और प्रेरित करना ही राष्ठ्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने अनेक प्रेरणादायी प्रसंगो के माध्यम से सामाजिक सेवा और कर्म के लिए प्रेरित किया. उपाचार्य डॉ मंजू चतुर्वेदी ने राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए सेवा के पथ पर चलने का तथा राष्टृ निर्माण में अपना योगदान देने का संकल्प दिलाया। उद्घाटन सत्र में अथितियों का स्वागत कार्यक्रम अधिकारी डॉ वैशाली देवपुरा तथा सम्मेलन की रूपरेखा डॉ प्रेमलता स्वर्णकार ने प्रस्तुत की। धन्यवाद कार्यक्रम प्रभारी डॉ. मनीषा चौबीसा ने दिया।
प्रथम तकनिकी सत्र में वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ लाखन पोसवाल ने ‘अनुशासित जीवन और स्वास्थ्य’ विषय पर कहा कि राष्ठ्रीय सेवा योजना के माध्यम से समाज में प्रत्येक नागरिक को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना भी सेवा का ही एक प्रकार है. उन्होंने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को विस्तार से समझाते हुए स्वास्थ्य और दुर्घटना के प्रति सचेत रहने कई आह्वान किया. इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए डॉ. ऋतु मथारू ने सकारात्मक सोच और स्वस्थ मन से शरीर की स्वस्थ दशा को विस्तार से समझाया. दूसरे तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता डॉ. सरोज गुप्ता ने राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने पर अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया। सम्मेलन में छात्रासंघ अधिष्ठाता डॉ यदुगोपाल शर्मा, संकाय सदस्य, स्वयं सेविकाए, तथा संभाग के अन्य महाविद्यालयों के ऍन. एस. एस. इकाई के अधिकारी गण उपस्थित थे. संचालन डॉ श्रुति टंडन और डॉ स्नेह बाबेल ने किया। कार्यक्रम का समापन मंगलवार को होगा।