स्कूली विद्यार्थियों के दांतों का निशुल्क इलाज
जनसेवा कार्यों में अग्रणी दर्शन डेन्टल कॉलेज
उदयपुर। निकटवर्ती गांव स्थित लोयरा दर्शन डेन्टल कॉलेज के चिकित्सक पिछले लम्बे समय से शहरी एवं मुख्यत: ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर वहां के निवासियों को दांतों की सुरक्षा पर जानकारी देते है वहीं नि:शुल्क दंत चिकित्सा शिविर आयोजित कर उन्हें न केवल नि:शुल्क परामर्श देते है वरन् उनका निशुल्क उपचार करते है। शिविर के जरूरतमंद रोगियों को आधुनिक सर्वसुविधायुक्त कॉलेज ला कर नि:शुल्क उपचार तक किया जाता है।
कॉलेज के प्रबन्ध निदेशक जेके तायलिया ने बताया कि राजस्थान कॉलेज ऑफ हेल्थ साइंस जयपुर एवं डेन्टल कोन्सिल ऑफ इन्डिया से मान्यता प्राप्त इस कॉलेज के बीडीएस के 100 एवं एमडीएस के 31 विद्यार्थियों को प्रवेश दे कर उनके लिए स्तरीय शिक्षक उपलब्ध कराकर स्तरीय दन्त चिकित्सा उपलब्ध करवा रहे है। कॉलेज ने अपने यहां विश्वस्तरीय आधुनिक मशीनें स्थापित कर रखी है ताकि रोगियों को सस्ती दरों पर चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
कॉलेज के महाप्रबन्धक एनएस खमेसरा ने बताया कि कॉलेज नियमित रूप से 4 निकटवर्ती गांवों रामा, चाटियाखेड़ी, कच्छपा व डांगियों का गुड़ा में दन्त चिकित्सा के नियमित शिविर लगाकर दन्त रोगियों को नि:शुल्क उपचार प्रदान किए जाते रहे हैं। बाजार से काफी कम दरों पर दन्त रोगियों को उपचार दिया जाता है। इसके अलावा कॉलेज द्वारा समय-समय पर अंध विद्यालय, आशाधाम, नारायण सेवा संस्थान, थियोसोफिकल सोसायटी व विज्ञान समिति में दन्त चिकित्सा शिविर लगाये जाते है।
उन्होंने बताया कि कॉलेज विशेष दिवसों पर स्कूलों एवं उदयपुर के विभिन्न स्थानो पर रैली निकाल कर, नुक्कड़ नाटक, शहरवासियों को नशा निवारण की रोकथाम, तम्बाकू की रोकथाम एंव दांतो की सुरक्षा संबंधी जानकारियां प्रदान की जाती है। कॉलेज में दन्त चिकित्सा की शिक्षा एवं रोगी के उपचार को लेकर कुल 9 प्रकार के विभाग कार्य करते है। जिसमें ओरल मेडिसिन एण्ड रेडियोलोजी, प्रोसथोडोटिक्स एंव क्राउन एण्ड ब्रिज,ओरल सर्जरी, पिरियोडोनिटक्स, कन्सरवेटिव, कम्युनिटी, ओर्थेाडोन्टिक, ओरल पेथोलोजी सहित कुल 9 विभाग एक साथ काम करते है। कॉलेज में मुंह के डिजिटल एक्सरे जैसी आधुनिक मशीनों उपलब्ध है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शीतल हूंगड़ ने बताया कि कॉलेज में नये दांतों का निर्माण, दांतो पर केपिंग, इम्प्लान्ट सर्जरी द्वारा मुंह में फिक्स दांत लगाये जाते हैं। कॉलेज में चेहरे एंव जबड़े के फेक्चर का ऑपरेशन,अनुभवी शल्य चिकित्सकों द्वारा इम्पेक्षन, सिस्टि एवं ट्यूमर के ऑपरेशन किये जाते है। कॉलेज में ऑपरेशन थियेटर भी उपलब्ध है ताकि रोगियों के साथ-साथ दन्त विद्यार्थियों को भी मदद मिल सकें। पीडियाट्रिक्स विभाग द्वारा समय-समय पर शिविर लगाकर सरकारी व आसपास के विभिन्न स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के दांतों का निशुल्क इलाज किया जाता है। उन्होंने बताया कि कन्सरवेटिव विभाग द्वारा दन्त रोगियों की बाजार से बहुत ही कम दरों पर रूट केनाल थेरेपी के जरिये कीड़ लगे दांतों को सुरक्षा प्रदान की जाती है।