ग्रामीणों से किया आत्मीय संवाद
उदयपुर। जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने शनिवार को जिले के गोगुंदा उपखण्ड क्षेत्र अंतर्गत कुंभलगढ़ अभयारण्य क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों के साथ यहां के ग्रामीणों के साथ आत्मीय संवाद स्थापित करते हुए उनको राहत प्रदान करने के लिए योजनाओं के निर्माण के निर्देश प्रदान किए।
शनिवार देर सायं उपखण्ड अधिकारी सत्यनारायण आचार्य और अन्य अधिकारियों के साथ यहां पहुंचे कलक्टर गुप्ता ने अभयारण्य क्षेत्र की ग्राम पंचायत बोखाड़ा अंतर्गत कुर्रा और आसपास के दुर्गम गांवों का दौरा किया और यहां पर निवास करने वाले ग्रामीणों के हालात जाने। उन्होंने कई जगह पैदल चलकर ग्रामीणों के घरों तक पहुंच कर सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों से मिल रही राहत के बारे में जानकारी ली। वे ग्रामीणों के घरों की हालत देख कर काफी भावुक भी हुए और उन्होंने उनसे जीवन निर्वाह के बारे में जानकारी ली। कलक्टर ने गांव में बिजली नहीं होने की स्थिति पर मौजूद अधिकारियों को कहा कि सर्वे करवाते हुए वे क्षेत्र में उन परिवारों के बारे में जानकारी एकत्र करें जिन्हें वनाधिकार मान्यता अधिनियम के तहत वन अधिकार पत्र दिया गया है। उन्होंने ऐसे चिह्नित परिवारों केा सरकार की तरफ से सोलर पैनल वाली लाईट मुहैया करवाने के लिए भी अपनी प्रतिबद्धता जताई।
कलक्टर ने कुर्रा गांव में एक स्थान पर ग्रामीणों से सामूहिक संवाद भी किया। गांव में कलक्टर को आया देख ग्रामीण भी बड़े उत्साहित हुए और उन्होंने अपनी-अपनी समस्याएं कलक्टर के सम्मुख बयां की। ग्रामीणों ने कलक्टर से चर्चा दौरान बताया कि ग्राम पंचायत बोखाड़ा के कुर्रा, सिलीबार, सिंगाड़ा आदि गांवों को मिलाकर इस क्षेत्र में लगभग एक हजार परिवार निवासरत है। इस दौरान कलक्टर ने उन्हें वन विभाग द्वारा इस क्षेत्र को राष्ट्रीय अभयारण्य घोषित किए जाने की जानकारी दी व वन विभागीय अधिकारियों से यहां की घनी आबादी को देखते हुए आवश्यक प्रस्ताव तैयार करने के संबंध में चर्चा की। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी सत्यनारायण आचार्य तहसीलदार सुरेन्द्र पाटीदार, विकास अधिकारी जितेन्द्रसिंह, सहायक वन संरक्षक, क्षेत्रीय वन अधिकारी और अन्य कई विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
सड़कों व सामुदायिक भवन के लिए प्रस्ताव भेजे : कलक्टर ने गांव में पहुंच सड़क नहीं होने से ग्रामीणों के आवागमन में होने वाली तकलीफों को दूर करने के लिए विकास अधिकारी को निर्देश प्रदान किए किए महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत वन विभाग के माध्यम से यहां पर सीसी सड़कों का निर्माण किया जाए। उन्होंने इसके लिए वन विभाग से आवश्यक स्वीकृति प्राप्त कर प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने सामुदायिक आयोजनों व बैठकों के लिए एक सामुदायिक भवन निर्माण के लिए भी विकास अधिकारी जितेन्द्रसिंह को प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करने के निर्देश दिए।
बच्चों को देख रूका काफिला : गांव के बड़ी संख्या में सरकारी गाडि़यों को देखकर एक जगह बच्चे इकट्ठा हो गए थे। कलक्टर ने उन्हें देखा तो उन्हांेने अपनी कार रूकवाई और बच्चों के बीच जाकर उनसे आत्मीय संवाद किया। उन्होंने अपनी कार में रखा टॉफियों का डिब्बा मंगवाया और अपने हाथों से सभी बच्चों को टाफियां दी व उनकी पढ़ाई इत्यादि के बारे में बातचीत की। बच्चे भी अपने बीच कलक्टर को पाकर बड़े उत्साहित नज़र आए।