श्रेष्ठ सेवाओं के लिए 13 का सम्मान
धन्वन्तरि महोत्सव पर हुए कार्यक्रम
उदयपुर। जिलास्तरीय धन्वन्तरि महोत्सव एवं सम्मान समारोह कार्यालय जिला आयुर्वेद अधिकारी, उदयपुर द्वारा विज्ञान समिति, अशोक नगर में धन्वन्तरि सप्ताह के अन्तर्गत आयुर्वेद चिकित्सा के आराध्य देव भगवान धन्वन्तरि का आविर्भाव दिवस ‘‘धन्वन्तरि महोत्सव-2015’’ के रूप में मनाया गया।
शुरूआत मुख्य अतिथि कोटा विश्वविद्यालय एवं महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय उदयपुर के कुलपति डॉ. परमेन्द्र दशोरा, अध्यक्षता महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, विशिष्ट अतिथि अति. जिला कलक्टर ओपी बुनकर व वैद्य के. पी. व्यास, उपनिदेशक डॉ. रमणलाल लोहार एवं जिला आयुर्वेद अधिकारी वैद्य मांगीलाल गर्ग ने भगवान धन्वन्तरि के दीप प्रज्जवलित कर की।
कुलपति दशोरा ने बताया कि आयुर्वेद अमृतों मे श्रेष्ठ एवं आमजन को इसको अपनाना चाहिए। साथ ही सभी चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ से आह्वान किया कि आयुर्वेद मे बताई दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन कराकर आमजन को स्वास्थ्य लाभ दे सकते है उन्होंने धन्वन्तरि त्रयोदशी, रूप चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजन, गोवर्धन पूजन, भाईदूज पर्वों का महत्व समझाया। साथ ही वैद्य भागीरथ जोशी द्वारा अपनाए गए नुस्खों को अपनाना चाहिए व स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करना चाहिए।
महापौर ने सभी को पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण व लगन से समाजसेवा में तत्पर रहने का आह्वान किया। अति. जिला कलक्टर ओ.पी. बुनकर ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की जानकारी घर घर, गांव गांव तक पहुचाएं, तभी धन्वन्तरि जयन्ती की सार्थकता होगी।
पूर्व निदेशक डॉ. केपी व्यास ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम संयोजक वैद्य डॉ. शोभालाल औदिच्य ने उदयपुर को स्वस्थ्य, सुन्दर व स्वच्छ बनाने की आमजन से अपील की। समारोह में वैद्य बाबूलाल जैन, वैद्य नन्दराम त्रिवेदी, वैद्य ललितसिंह देवड़ा, कम्पाउण्डर सोहनलाल फलेजा, प्रदीप व्यास, धर्मपाल मीणा, मंत्रालयिक कर्मचारी पंकज जैन, हरिशंकर पुजारी, तरूण कुमार पण्ड्या, परिचारक डालचन्द पालीवाल, गजेन्द्र कुमार आमेटा, श्रीमती कृष्णा व्यास, श्रीमती कैलाशदेवी का आयुर्वेद विभाग में सराहनीय एवं उत्कृष्ट सेवाओं के लिए जिला स्तरीय सम्मान से नवाजा गया।