विद्यापीठ में 23 व 24 को जुटेंगे 150 से अधिक भूगोलविद्
उदयपुर। पृथ्वी-मनुष्य का घर-संकट एवं स्थिरता पर पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के मा.व. श्रमजीवी महाविद्यालय के भूगोल विभाग की ओर से आयोजित की जाएगी।
आयोजन सचिव प्रो. रामपाल नारनीवाल ने बताया कि दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार का उद्घाटन शनिवार को प्रातः 10.30 बजे प्रतापनगर स्थित कम्प्यूटर एवं आई.टी. सभागार में प्रख्यात पर्यावरण विद् तथा वाटर मैन ऑफ इण्डिया डॉ. राजेन्द्र सिंह करेंगे। अध्यक्षता कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत करेंगे जबकि विशिष्ट अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. वी.डब्ल्यू पाण्डेय एवं डॉ. कौशल शर्मा होंगी।
इन विषयों पर होगा मंथन : सेमीनार संयोजक प्रो. सुनीता सिंह ने बताया कि वाटर रिर्सोस मैनेजमेंट, पर्यावरण ही प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग एवं चुनौतियां, जनसंख्या वृ़ि़द्वका पर्यावरण पर प्रभाव, घटते वन एवं बढ़ते तापमान, विश्व का बढ़ता तापमान एवं उसका मनुष्य पर प्रभाव, स्मार्ट सिटी, अरबन प्लानिंग एवं डवलमेंट सहित विभिन्न पर्यावरण मुद्दों पर मंथन होगा। प्रो. आर.पी. नारनीवाल ने बताया कि राष्ट्रीय सेमिनार में हरियाणा, पंजाब, गुजरात, नई दिल्ली, चण्डीगढ, महाराष्ट्र, तमिलनाडू, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तराखण्ड सहित देश के अन्य राज्यों के पर्यावरण विद् शामिल होंगे। सेमिनार में प्रमुख भूगेालविदों द्वारा बनाई गई पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
युवा कौशल विकास से जुड़कर आत्म निर्भर बने : अग्रवाल
केरियर काउन्सलिंग पर सेमीनार : जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक वाणिज्य संकाय तथा भारत सरकार के कौशल विकास ( एनएसडीसी ) विभाग की ओर से स्किल डवलपमेंट पर केरियर काउन्सलिंग गुरूवार महाविद्यालय के सेमीनार हॉल में हुई। मुख्य अतिथि एनआईटीआई के निदेशक निलय माथुर ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्दा के चलते भारतीय छात्र छात्राओं में आईटी के प्रति रूझान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यदि डिजिटल इंडिया को लागू करना है तो आज छात्रों को पढाई के साथ कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिए। अध्यक्षता करते हुए रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल ने बताया कि विद्यार्थी दिलचस्पी से विषय चुन कर प्रतियोगी परीक्षा के लिए खुद को तैयार करें। उन्होने कहा कि कौशल विकास से छात्र जुड कर स्वरोजगार अपनाते हुए आत्म निर्भर बने। प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन विभागध्यक्ष प्रो. अनिता शुक्ला ने दिया।