उदयपुर। नवीनतम तकनीक तथा शल्यक्रिया के माध्यम से अब भारत में भी मेक्सिलोफेशियल सर्जन्स जबड़े के कैंसर तथा चेहरे की जन्मजात विसंगतियों का सफलतापूर्वक उपचार कर रहे हैं।
ये विचार एसोसिएशन ऑफ ओरल एण्ड मेक्सिलोफेशियल सर्जन्स् ऑफ इन्डिया के सचिव डॉ. मंजूनाथ राय ने पेसिफिक डेन्टल कॉलेज हॉस्पीटल देबारी के सभागार में शुक्रवार को आयोजित द्वितीय राजस्थान स्टेट चेप्टर ओरल एण्ड मेक्सिलोफेशियल सर्जरी कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन स़त्र में व्यक्त किए। मुख्य अतिथि डॉ. एके गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में ओरल सर्जन्स चेहरे व जबड़े की विभिन्न विसंगतियों, कैंसर व टेम्पोरोमेन्डिब्यूलर ज्वारइंट की सफलतापूर्वक शल्य क्रिया कर चिकित्साजगत तथा आमजन में अपनी पहचान बना रहे हैं।
आयोजन अध्यक्ष प्राधानाचार्य प्रो. डॉ. भगवानदास राय ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा राज्य चैप्टर के अध्यक्ष प्रो. डॉ. सुनील शर्मा ने ओरल सर्जरी के स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को इस विधा में रिसर्च व नवीन तकनीकों से लोगों की चेहरे व जबड़े की शल्यक्रिया को और अधिक सहज व सुलभ बनाने का आह्वाहन किया। राज्य चेप्टर के सचिव डॉ. संकल्प मित्तल ने टेम्पोरोमेन्डिब्यूलर ज्योंइट सर्जरी व जाइगोमेटिक इम्लान्ट्स की उपयोगिता पर विचार व्यक्त किए तथा धन्यवाद आयोजन सचिव डॉ. हिमांशु गुप्ता ने ज्ञापित किया। उदयपुर के विभिन्न डेंटल कॉलेजों के प्राधानाचार्य, फेकल्टी तथा पाहेर के पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इस दो दिवसीय सम्मेलन में राजस्थान व अन्य राज्यों के डेन्टल कॉलेजों के मेक्सिलोफेशियल सर्जन्स , स्नातकोत्तर छात्र तथा फेकल्टी भाग ले रहे हैं तथा इसमें देश के 14 ख्यातनाम मेक्सिलोफेशियल सर्जन्स के व्याख्यान हो रहे हैं जिनके द्वारा चेहरे, जबड़े व दांतों की विभिन्न शल्य क्रियाओं तथा ओरल सर्जरी की नवीनतम तकनीकों पर मंथन किया जाएगा।