उदयपुर। सेंट मेरीज कॉन्वेंट सीसे स्कूल, तीतरड़ी में शनिवार को योगाभ्यास, योग एवं आयुर्वेद विषयक वार्ता में राजकीय प्राकृतिक चिकित्सालय भटियानी चौहट्टा के योग प्रशिक्षक डा. इकबाल खां गौरी ने ताड़ासन, वृक्षासन, गरूड़ासन, नटराजासन, कोणासन, त्रिकोणासान, महावीरासन, पद्मासन, उत्तानपद्मासन, शंशकासन, योगमुद्रा, मण्डूकासन, गोमुखासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, अनुलोम-विलोम, कपालभांती, भ्रामरी, भ्रस्त्रिका, उज्जायी, शीतकारी, शीतली आदि प्राणायाम का अभ्यास करवाया तथा इनकी उपयोगिता के बारे में बताया।
राजकीय प्राकृतिक चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डा. महेश कुमार गुप्ता ने योग की आधुनिक युग में आवश्यकता, आयुर्वेद का स्वास्थ्य में योगदान, दिनचर्या, बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए योग एवं आयुर्वेद के महत्व पर प्रकाश डाला। डा. महेश कुमार गुप्ता ने बताया कि आज बच्चे स्वस्थ होंगे तो ही देश स्वस्थ होगा।
सेंट मेरीज कॉन्वेंट सी. से. स्कूल, तीतरड़ी की प्रबंधक सिस्टर एनिट ने राजकीय प्राकृतिक चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डा. महेश कुमार गुप्ता एवं डा. इकबाल खां गौरी को धन्यवाद देते हुए कहा कि विद्यालय में बच्चों को नियमित रूप से योग का अभ्यास कराया जाएगा ताकि बच्चों का शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक विकास हो सके। जिससे उनके स्वास्थ्य में सर्वांगीण वृद्धि होगी एवं उन्हें प्राचीन भारतीय योग पद्धति से जोड़ा जा सके। अध्यापिका तनवीत बसुर ने आगन्तुकों का अभिनन्दन किया एवं कार्यक्रम की रूपरेखा में सहयोग प्रदान किया। प्राकृतिक चिकित्सालय द्वारा सेंट मेरीज कॉन्वेंट स्कूल में भविष्य में समय-समय पर योगाभ्यास, योग एवं आयुर्वेद वार्ता का आयोजन किया जाता रहेगा।