आचार्य शिव मुनि के सान्निध्य में हुआ आत्म ध्यान साधना गंभीर शिविर
उदयपुर। आचार्य शिव मुनि ने आध्यात्मिक बनने के तरीके बताते हुए कहा कि समय सभी के पास दिन के 24 घंटे ही हैं। उसमें से प्राथमिकता तय करने की आवश्यकता है कि कितना परिवार, पढ़ाई, बिजनेस और कितना अध्यात्म के साथ बिताना है।
वे बुधवार को नाई स्थित महावीर भवन में आत्म ध्यान साधना गंभीर शिविर के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जितना अध्यात्म पढ़ेंगे, वही जिंदगी में काम आएगा। शिविर में राज्य सहित देश भर से आए 187 प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए शिरीष मुनि ने शिविर में प्रार्थना, ध्यान, आसन, प्राणायाम, आलोचना एवं वीतराग सामायिक का प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया। शिविर में उदयपुर के अतिरिक्त राजसमंद, सूरत, पंजाब, अम्बाला, नीमच, उड़ीसा, बड़ौदा, अहमदाबाद, गोगुंदा, वापी आदि से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
संघ के अध्यक्ष लहरीलाल दलाल ने बताया कि दीक्षा महोत्सव में टैंट के लाभार्थी मनोहर-रमेश तलेसरा ने लिया। इसी प्रकार भोजन व्यवस्था का लाभ जीवनसिंह दलाल, ललित कच्छारा एवं करण कोठारी ने लिया। कार्यक्रम का संचालन किशन दलाल ने किया। मंत्री प्रमोद कोठारी ने बताया कि डबोक एवं मचींद के श्रीसंघ ने आचार्य के दर्शन कर विनती की। शिविर में आचार्य श्री के पट्टधर शिष्य शिरीष मुनि का सान्निध्य प्राप्त हुआ।
धनराज लोढ़ा ने बताया कि गुरुवार से पांच दिवसीय शिक्षण प्रशिक्षण शिविर का आरंभ होगा। इसमें उन शिक्षक-शिक्षिकाओं को ज्ञान प्रदान किया जाएगा ताकि वे सुदूर स्थानों पर जाकर श्रावक-श्राविकाओं को लाभान्वित कर सकें।