जीवन में कितनी परेशानी आयें, स्वयं को आगे बढऩे से नहीं रोकें
उदयपुर। जीवन में यदि सफल बनना है तो वर्ष में 367 दिन कार्य करें। हम वो प्रोफेशन चुनें जिसमें सिर्फ काम हो। कितने ही बड़े आदमी बन जायें लेकिन अपने बापको बच्चा बनने से नहीं रोकें। जीवन में कितनी भी परेशानी आयें लेकिन स्वंय को आगे बढऩे से कभी नहीं रोकें। थ्री इडियट जैसी फिल्में देश को बर्बाद कर रही है। गूगल युवाओं को पंगु बना रहा है। युवाओं को इसके प्रयोग से बचना चाहिये।
यह कहना था शहर के जाने मानें आर्किटेक्ट और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहिचान बना चुके युवा मेनेजमेन्ट गुरू सुनी लढ़ा का,जो आज नगर माहेश्वरी युवा संगठन की ओर से श्रीनाथ मार्ग स्थित माहेश्वरी पंचायत भवन में केरियर प्लानिंग एण्ड बिजनेस डवलपमेन्ट पर आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में युवाओं एवं अभिभावकों को संबोधित कर रहे थे। उन्हेोंने कहा कि हर व्यक्ति के भीतर भगवान हनुमान जी समाहित है ओर इस बात का प्रतीक है कि हर व्यक्ति हर कार्य करने में सक्षम है।
लढ़ा ने कहा कि जीवन में मनुष्य को क्रेजी बनना चाहिये ताकि लक्ष्य निर्धारित कर सफलता हासिल कर सकें। कार्य कोई छोटा नहीं होता है। सिर्फ उसमें पैशन होना चाहिये। यदि युवा ह्यूमन फेक्टर इंजिनियरिंग प्राफेशन चुनेंगे तो समाज व देश में एक नई पहिचान मिलेगी। उन्हेोंने कहा कि लक्ष्य के लिए स्थान एवं क रियर का चयन करना बंजी जम्पिंग के समान है। वो प्रोफेशन चुनना चाहिये जिससे जमाने में उसे पहिचान मिलें। प्रोफेशन के चयन में रेफरेंस एवं एक्सपीरियंस का सहयोग ले सकते है।
लढ़ा ने कहा कि हर धंधे में युवाओं की जरूरत होती है। युवा को अपने पैतृक धंधे को अपनाने में आगे आना चाहिये क्योंकि उनके अभिभावक उनके लिए वो जमीन तैयार कर चुके होते है जहां से सिर्फ उसे उड़ान भरनी होती है। जीवन में कभी पीछे मुडक़र नहीं देखना चाहिये। युवाओं को एक ही प्रोफेशन के पीछे नहीं पडऩा चाहिये। उन्हेोंने युवाओं का आव्हान किया कि जिदंगी जीने के लिए होती है कमानें के लिए नहीं। जिदंगी के हर क्षण का आनन्द लेना चाहिये कमाई अपने आप हो जाएगी।
वण्डर सीमेन्ट के पूर्व प्रबन्ध निदेशक डीपी सोमानी ने पैतृक कारोबार से युवाओं का जुडऩा मुश्किल होता है लेकिन उन्हें जोड़ा जाना चाहिये। बदलते व्यावसायिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए बच्चेां की सेाच के साथ आगे बढऩा चाहिये।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए सीए मोहनलाल देवपुरा ने कहा कि अभिभावक बच्चों के करियर को लेकर बहुत चिन्तित होते है। बच्चों की भावनाओं और उसकी काबिलियत का ध्यान रखकर अपनी पसन्द थोपतें है,जो नहीं होना चाहिये। करियर व कारोबार में आपसी समन्वय होना चाहिये। लक्ष्य सामनें रखकर धेर्य के साथ उसने साधने का प्रयास करें, निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। इस अवसर पर संगइन के अध्यक्ष सीए आशीष कोठारी, सचिव नरेन्द्र लावटी प्रचार-प्रसार संयोजक दीपक चेचाणी सहित अनेक अभिभावक एवं युवा मौजूद थे।
शाम को हुई अन्त्याक्षरी प्रतियोगिता- नगर माहेश्वरी युवा संगठन की ओर से माहेश्वरी पंचायत भवन में संगीतमय अन्त्याक्षरी प्रतियोगिता हुईं। जिसमें समाज के युवक-युवतियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।