एमपीयूएटी प्रबन्ध मण्डल की 44वीं बैठक
उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की प्रबन्ध मण्डल की 44वीं बैठक शुक्रवार को विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय में सुबह 10.30 बजे हुई। अध्यक्षता एमपीयूएटी के कुलपति प्रो. उमाशंकर शर्मा ने की।
विश्वविद्यालय में कुलाधिपति एवं राज्यपाल कल्याण सिंह के निर्देशानुसार एवं अकादमिक परिषद की अनुशंसा के अनुरूप मेवाड़ क्षेत्र के इतिहास पुरूष के नाम पर एक शोधपीठ की स्थापना करने का निर्णय लिया गया। इसके अन्तर्गत राजस्थान कृषि महाविद्यालय के प्रसार शिक्षा विभाग में महाराणा प्रताप शोधपीठ की स्थापना की जायेगी जिसके विभिन्न उद्देश्यों को सदन के पटल पर रखा गया जिनमें मुख्यतः वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रेरणा स्वरूप मेवाड़ में हुए कृषि विकास तथा महाराणा प्रताप के समकालीन प्राचीन साहित्य में उल्लेखित कृषि ज्ञान को शोध द्वारा प्रतिपादित किया जायेगा।
बैठक में निर्णय किया गया कि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को मेडिकल हित लाभ राज्य सरकार के नियमानुसार प्रदान किये जायेंगे।
वित्त समिति की प्रस्तावना के अनुरूप विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों तथा खेल अधिकारियों को विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं एवं विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में भाग लेने हेतु देय मानदेय में संशोधन कर बढ़ोतरी की गई।
वित्त समिति की अनुशंसा अनुरूप विश्वविद्यालय के कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को नेत्र रोगों के इलाज हेतु एएसजी आई हॉस्पीटल को भी मान्यता दी गई।
विश्वविद्यालय के सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों के विभिन्न संकायों में विषयवार स्नातकोत्तर स्तर पर योग्यता की शर्तों के अधीन स्वर्ण-पदक प्रदान किये जाने का अनुमोदन किया गया।
विश्वविद्यालय में नवीन नियुक्तियों हेतु पात्र अभ्यर्थियों की छंटनी परीक्षा का अनुमोदन।
विश्वविद्यालय में स्टेनोग्राफर व क्लर्क ग्रेड -दो के पदों पर नवीन नियुक्ति हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित योग्यताओं एवं छंटनी परीक्षा के आधार पर भर्ती की जायेगी।
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की दूरभाष निदेशिका वर्ष 2016-17 का विमोचन किया गया।
बैठक में प्रबन्ध मण्डल के सदस्य, विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. वी. बी. सिंह, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के उपमहानिदेशक (शिक्षा), डॉ. एनएस राठौड़, कोटा कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ. प्रताप सिंह धाकड़, महिला समाज सेविका डॉ. (श्रीमती) अजीत गुप्ता, कृषि उद्यमी सुहास मनोहर, प्रगतिशील कृषक दिनेश माली, विश्वविद्यालय के निदेशक अनुसंधान डॉ. जीएस आमेटा, डेयरी एवं खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एलके मुर्डिया, गवर्मेंट नॉमिनी मीरा कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रामेश्वर आमेटा, विश्वविद्यालय के कुलसचिव दिनेश कोठारी एवं वित्त नियंत्रक डीएन पुरोहित उपस्थित थे।