चाय और कॉफी के साथ छात्रों ने सीखे गुर
उदयपुर। टेक्नो एनजेआर की ओर से बारहवीं उत्तीर्ण प्रतिभावान छात्रों की जिज्ञासा शांत करने के लिए राजस्थान कृषि महाविद्यालय सभागार में प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम हुआ। इसमें 250 छात्र-छात्राओं ने भाग लेकर अपनी जिज्ञासा शांत की।
मुख्य वक्ता आईआईटी दिल्ली से पास आउट जिला कलक्टर रोहित गुप्ता थे। उनके अलावा टेक्नो एनजेआर के प्राचार्य पंकज पोरवाल (आईआईटी मुम्बई), आईआईटी मुम्बई की स्कॉलर अपूर्वा माथुर, अनिरूद्ध स्वर्णकार, दिल्ली आईआईटी के रवि सोनी, रूडकी आईआईटी की आरती गिल, बिट्स पिलानी के डॉ. बीआर नटराजन ने छात्रों के सवालों के जवाब दिए। प्रश्नोत्तरी के इस कार्यक्रम में फिलिप्स के पूर्व उपाध्यक्ष एनआईटी त्रिची के मनोज मलहोत्रा ने छात्रों को संतोषजनक जवाब दिए।
टेक्नो एनजेआर के निदेशक प्रो. आरएस व्यास ने छात्रों को आईआईटी-जेईई में प्रवेश संबधी नियम, ब्रांचेज़ की जानकारी देते हुए छात्रों को बताया की उनकी प्राथमिकताएं क्या रहनी चाहिए। इस सत्र में आईबीएम के ललित याज्ञनिक के अलावा आर हरि टीम लीडर ने छात्रों को समझाया कि ये परीक्षाएं राष्ट्री य स्तर पर होती है। इसमें असफल होने पर निराश नही होना चाहिए। उनके लिए ओर भी द्ववार खुले हैं। उनके यह प्रयास होना चाहिए कि वे जिस संस्थान में प्रवेश पा सके वहीं लगन के साथ अध्ययन करें तथा तकनीक से अद्यतन रहे।
आयोजन का संयोजन चिकन सूप फॉर टी आईआईटीएन सॉल के लेखन जूही राय ने किया। मंथन के दौरान यह बात उभरकर आई कि सफलता के मूल मंत्र ज्ञान, दक्षता, संकल्प और प्रतिबद्धता है। उन्होंने यह भी कहा कि आईआईटीएन के लिए केवल उद्योग व व्यवसाय ही सेवा का माध्यम नहीं है। इसके अलावा वे अन्य क्षेत्र में भी उतने ही सफल हो सकते है। जैसे रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल या चेतन भगत।
प्रो. व्यास ने कहा कि हमें सफलता के बारे में जानकारी होनी चाहिए तथा हमारी मेहनत एकलव्य के मानिंद होनी चाहिए जिसने गुरू दक्षिणा में अंगूठा देकर अपना नाम रोशन किया। रोहित गुप्ता ने इस बात की महत्ता पर प्रकाश डाला कि कक्षा कक्ष से बाहर छात्रों को न सिर्फ संवाद कायम रखना होगा वरन उन्हें सह शैक्षणिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर लाभ लेना होगा। उन्हने आईआईटी जेईई परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले काव्या भण्डारी को बधाई दी। टेक्नो एनजेआर ने उसका सम्मान किया।