उदयपुर। उदयपुर में जलसंकट चिन्ता का समाधान निकालने के लिए 92.7 बिग एफएम व अरवाना ने बिग वाटर रिले वॉटर कंजर्वेशन अवेयरनेस ड्राईव को लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ व महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने फ्लैग ऑफ कर रिले को रवाना किया।
कोठारी एवं लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने कहा कि जल है तो कल है। हम सभी को सामूहिक रूप से मिलकर जल के भावी संकट का समाधान निकालना होगा। इसके लिए उन्होंने आयोजकों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए अरवाना के हसन आफताब ने बताया कि जल संरक्षण के वर्तमान में आवश्यकता बन जाने के साथ 92.7 बिग एफएम का पानी बचाओ-लाईफ बनाओ अभियान इस मुद्दे पर पानी बचाने की जागरुकता को प्रचारित-प्रसारित करता रहा। उन कड़वे तथ्यों, जो इस मुद्दे की गंभीरता को प्रदर्शित करते हैं और रेनवाटर हार्वेस्टिंग द्वारा और जल संरक्षण की सामान्य टिप्स के साथ यह अभियान उपरोक्त सभी बिन्दुओं पर पिछले एक माह से प्रकाश डाल रहा है। गत 25 मई से प्रारंभ हुआ यह अभियान 25 जून तक चलेगा।
पानी बचाओ, लाईफ बनाओ अभियान विभिन्न ऑनग्राऊन्ड और ऑन एयर एलीमेन्ट्स को मिलाते हुए दिखा, जिसके द्वारा श्रोताओं को 4 चरणों जागरूकता, एडवोकेसी ऑनग्राउण्ड संलग्नता व समापन में जल के संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया गया।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जल की कमी उन परिवारों के लिए एक संवेदनात्मक मुद्दा है, जो खासकर सूखाग्रस्त क्षेत्रों में इस समस्या से जूझ रहे हैं। अभियान के अंतर्गत जनता को जल की कमी और संरक्षण एवं भारत की बढ़ती हुई जनसंख्या के लिए इसके महत्व के बारे में तथ्यों को बताया गया। जनता को जल बचोन के लिए शपथ भी दिलायी गई। पानी बचाओ लाईफ बनाओ अभियान को एयरवेव्स से भी आगे ले जाते हुए आरजे, स्थानीय एनजीओ, दूसरी गवर्निंग बॉडीज बाजार में एकसाथ विभिन्न स्थानों पर जाकर नागरिकों को पानी बचाने के लाभ और जल की बर्बादी को रोकने के तरीकों के बारे में शिक्षित किया है।
अंतिम चरण समापन में पानी बचाओ लाईफ बनाओ अभियान के दौरान किए गए प्रयासों को एक साथ लाते हुए पानी के एक टैंकर को पूरे उदयपुर में घुमाया जाएगा और उदयपुर वासियों के सहयोग से उसमें पानी एकत्रित किया जाएगा जो कि बाद में उदयपुर के उन इलाकों में वितरित किया जायेगा जहाँ पानी की समस्या है।
पानी बचाओ लाईफ बनाओ अभियान उभरते हुए डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को प्रभावशाली तरीके से प्रयोग कर न केवल जल की कमी के प्रति जागरुकता का प्रसार करेगा, बल्कि श्रोताओं को जल के संरक्षण और हार्वेस्टिंग के लिए टिप्स और तथ्य प्रस्तुत करेगा और दैनिक आधार पर बर्बाद होने वाले जल की मात्रा को कम करने में मदद करेगा।