विवेकानंद रथ पहुंचेंगे बस्तियों में, स्कूलों में चल रही हैं प्रतियोगिताएं
उदयपुर। उदयपुर में 10 से 13 नवम्बर तक बीएन विश्वविद्यालय में होने वाला हिन्दू अध्यात्म एवं सेवा संगम-2016 सेवा और समरसता का विशाल संगम होगा। भारतीय सनातन संस्कृति के छह मूल्यों पर आधारित इस संगम से पहले राष्ट्र चेतना का नाद वंदेमातरम् का सम्पूर्ण सामूहिक गायन 8 नवम्बर को फतहसागर की पाल पर होगा जिसमें करीब 50 हजार बच्चे भाग लेंगे।
संगम के अंतर्गत ही षहर के विभिन्न विद्यालयों में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आगाज हो चुका है। आगामी दिनों में कॉलेजों में भी भारतीय प्राचीन विज्ञान, अध्यात्म और उसके आज के परिप्रेक्ष्य में मानवता के लिए योगदान पर व्याख्यान होंगे। संगम स्थल पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, मातृ-पितृ पूजन, कन्या वंदन, आचार्य वंदन, परमवीर वंदन कार्यक्रम होंगे।
संगम के अध्यक्ष वीरेन्द्र डांगी ने बताया कि सेवा और समरसता के संदेश को घर-घर पहुंचाने और हिन्दू समाज के सेवाकार्यों के बारे में जन-जन को जानकारी के उद्देश्यद से स्वामी विवेकानंद रथयात्राओं का षुभारंभ किया जा रहा है। इन रथों के साथ संगम के कार्यकर्ता हर बस्ती-मोहल्ले में जाकर इस सेवा संगम का उद्देष्य व सेवा-समरसता का भाव आमजन को समझाएंगे तथा उन्हें मेले में भागीदारी करने के लिए निमंत्रण भी देंगे। ज्ञातव्य है कि जैन, सिक्ख, बौद्ध आदि सहित, हिन्दू समाज के हजारों पंजीकृत, अपंजीकृत प्रतिश्ठान सेवा कार्य कर रहे हैं। उनकी जानकारी समाज तक पहुंचे इसके लिए यह प्रयास किया जा रहा है।
संगम के कोषाध्यक्ष एवं सामूहिक सम्पूर्ण वंदेमातरम् गायन के सहसंयोजक सीए महावीर चपलोत ने बताया कि आयोजन में नगर निगम भी भागीदारी निभाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी आएंगी। पिछले दिनों उदयपुर यात्रा के दौरान उन्हें निमंत्रण दिया गया था और उन्होंने सहमति प्रदान कर दी है।
संगम के सचिव हेमेन्द्र कुमार श्रीमाली ने बताया कि इस संगम में 200 स्टालों के प्रदर्शन व 2 लाख दर्शकों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब तक 101 स्टाल्स पंजीकृत हो चुकी हैं। प्रदर्शन देने वाली संस्थाओं के लिए स्टाल व सम्बंधित सुविधाएं निशुल्क रहेंगी। संस्था को दस गुना दस फीट का स्थान दिया जाएगा जिसमें वे अपने सेवाकार्यों का प्रदर्षन कर सकेंगे। संस्था को 2 प्रतिनिधि भी स्टाल पर रखने होंगे ताकि वे दर्षकों को उनके कार्य समझा सकें। इनका भोजन, नाश्ता, चाय, ठहरने आदि की व्यवस्था भी आयोजकों द्वारा निःशुल्क रहेगी।
विवेकानंद रथ यात्राएं शुरू : रथयात्रा संयोजक महिपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि अक्टूबर में शहर में विवेकानंद रथयात्राएं निकाली जाएंगी। इसके लिए छह रथ तैयार किए जा रहे हैं। सुबह से अपराह्न तक ये रथ कॉलेज व स्कूलों में जाएंगे तथा शाम को शहर की विभिन्न बस्तियों में पहुंचेंगे। इन रथों के माध्यम से इस संगम का उद्देश्यर और महत्व आमजन को बताया जाएगा। इन रथयात्राओं में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिशद की भी भूमिका रहेगी। अभाविप के संगठन मंत्री पूरण कुमार ने बताया कि अभाविप के कार्यकर्ता रथयात्राओं के साथ रहेंगे। गुरुवार से बोहरा गणेशजी के दर्शन के साथ रथयात्राएं शुरू कर दी गईं हैं।