रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर होंगे मुख्य अतिथि, मुख्यमंत्री वसुंधरा करेंगी अध्यक्षता
हिन्दू अध्यात्म एवं सेवा संगम-2016
उदयपुर। उदयपुर में 10 से 13 नवम्बर तक बीएन विश्वविद्यालय में होने वाला हिन्दू अध्यात्म एवं सेवा संगम-2016 सेवा और समरसता का विशाल संगम होगा। भारतीय सनातन संस्कृति के छह मूल्यों पर आधारित इस संगम से पहले राष्ट्रचेतना नाद वंदेमातरम् का सम्पूर्ण सामूहिक गायन 8 नवम्बर को फतहसागर की पाल पर होगा जिसमें करीब 50 हजार बच्चे भाग लेंगे। कार्यक्रम में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी आएंगे।
संगम उदयपुर चेप्टर के अध्यक्ष विरेन्द्र डांगी ने बताया कि संगम स्थल पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, मातृ-पितृ पूजन, कन्या वंदन, आचार्य वंदन, परमवीर वंदन कार्यक्रम भी होंगे। महत्वपूर्ण कार्यक्रम सामाजिक समरसता सम्मेलन होगा जो 13 नवम्बर को होगा। संगम में मेवाड़ के धामों की भी झांकियां सजेंगी।
महापौर चंद्रसिंह कोठारी ने बताया कि वंदेमातरम् कार्यक्रम की सभी तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। नगर निगम इस कार्यक्रम में सहआयोजक है। इसमें मुख्य अतिथि रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर होंगे और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अध्यक्षता करेंगी। कार्यक्रम में गो.ति. भूपेश कुमार जी (विशाल बावा) का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी, प्रसिद्ध उद्योगपति सलिल सिंघल व महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ विशिष्ट अतिथि होंगे।
वंदेमातरम् कार्यक्रम के संयोजक प्रदीप कुमावत ने बताया कि वंदेमातरम् कार्यक्रम के लिए प्रवेश पूर्णतः निशुल्क है। इसके लिए कोई विशेष पास नहीं हैं। यह पूरे शहर का आयोजन है जिसमें सभी सहभागी हैं। फतहसागर की पाल पर विभूति पार्क की छत पर 5 हजार कुर्सियां लगाई जाएंगी। इसमें बड़े-बुजुर्गों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। कार्यक्रम सुबह 8.30 बजे शुरू होगा। इसमें देश के प्रसिद्ध संगीत समूह कल्याणजी-आनंदजी एवं बाबला शाह देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देंगे। फतहसागर की पाल के दोनों ओर नीमज माता पहाड़ी और मोती मगरी पर वनवासी बंधु तिरंगा लिए खड़े होंगे। 8 नावों में भी तिरंगा लहराएगा। 11.15 बजे सामूहिक वंदे मातरम् गायन होगा। वंदेमातरम् सामूहिक गायन के पश्चात् भी करीब घंटे भर तक प्रस्तुतियां जारी रहेंगी। मुम्बई से 40 अन्य नामचीन कलाकार भी आ रहे हैं।
संगम के सचिव हेमेन्द्र श्रीमाली ने बताया कि संगम में एक लाख 75 हजार वर्ग फीट पर पांच डोम तैयार किए जा रहे हैं। मेला 10 नवम्बर को सुबह शुभ मुहूर्त में शुरू हो जाएगा। स्टाल सज जाएंगे। औपचारिक उद्घाटन अपराह्न चार बजे होगा। रोजाना रात को सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी। पिछले दिनों हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के फाइनल मैच भी संगम में होंगे। चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं और शहर के चित्रकारों द्वारा कला शिविर में बनाए गए चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। संगम में शामिल संस्थाओं के लिए स्टाल व सम्बंधित सुविधाएं निःशुल्क रहेंगी। संस्था को दस गुना दस फीट का स्थान दिया जाएगा जिसमें वे अपने सेवाकार्यों का प्रदर्शन कर सकेंगे। संस्था को 2 प्रतिनिधि भी स्टाल पर रखने होंगे ताकि वे दर्शकों को उनके कार्य समझा सकें। इनका भोजन, नाश्ता, चाय, ठहरने आदि की व्यवस्था भी आयोजकों द्वारा निःशुल्क रहेगी।
फतहसागर की ओर वाहनों का प्रवेश बंद : वंदेमातरम् कार्यक्रम के संयोजक प्रदीप कुमावत ने बताया कि 8 नवम्बर को सुबह 9 बजे पहले तक उन्हीं वाहनों को पीपी सिंघल मोड़ से फतहसागर की ओर प्रवेश दिया जा सकेगा जिनमें वाहन चालक अलग से होंगे ताकि प्रबुद्धजनों को झरने के पास उतारने के बाद वे यूआईटी की तरफ बढ़ कर निर्धारित पार्किंग स्थल पर पहुंच जाएं।