उदयपुर। नगर निगम आयुर्वेद विभाग पतंजलि योग समिति उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में आज प्रातः फ़तहसागर की पाल पर योग प्रशिक्षक अशोक जैन, प्रेम जैन, गोपाल डांगी के निर्देशन में 108 बार सूर्य नमस्कार किये गए।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि लोगों को योग हेतु प्रेरित करना व नियमित दिनचर्या में योग को अपना कर अपने शरीर को स्वस्थ रखने हेतु ये प्रयास किया गया। औदिच्य ने लोगों नियमित दिनचर्या व रितुचर्य का पालन कर अपने जीवन में नियमित योग को अपना कर शतायु रहते हुए धर्म अर्थ काम ओर मोक्ष को प्राप्त कर सकता है।
मुख्य अतिथि महापौर चंद्र सिंह कोठारी थे। अध्यक्षता हास्य योग गुरु एवं आलोक संस्थान के निदेशक डॉ. प्रदीप ने की। महापौर ने कहा कि नगर निगम की और से शहर में अनेक स्थानों पर योग हेतु भवन उपलब्ध करवाए गए है। वहां निःशुल्क योग करवाया जा रहा है।
मुख्य अतिथि डॉ प्रदीप कुमावत ने योग की व्याख्या करते हुए कहा कि सूर्य नमस्कार सर्वांगीण व्यायाम हे इसे नियमित करनेसे शरीर में कोई व्याधि नहीं रहती है। योग ही व्यक्ति की समस्याओं का पूर्ण समाधान देता है शरीर खलु धर्म साधनम कहा गया है। शरीर ही धर्म साधना का माध्यम है। इसलिए सारी को मंदिर की तरह मानना हमारी संस्कृति है। सूर्य नमस्कार ऊर्जा रूपांतरण का प्रभावी माध्यम है। नमस्कार ऊर्जा के केंद्र को ओर मन मस्तिष्कर की ऊर्जा का समन्वय सूर्य नमस्कार है। उन्होंसने आयोजन को स्मार्ट इवेंट बताया विशिष्टे अतिथि पेसिफिक यूनिवर्सिटी की योग प्रमुख डॉ. गुनीत मोंगा ने सभी-सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। योग प्रक्षिक्षक समिति अध्यक्ष मुकेश पाठक, संजय दीक्षित, ओमवीर सिंह, सोहन लाल जैन, भंवरलाल सोनी, शारदा जालोरा आदि सभी ने सहयोग दिया। प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र व स्मृति चिन्ह व सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र अतिथियों ने प्रदान किए।