लायन्स क्लब ने मनाया स्वर्ण जयन्ती चार्टर वर्ष
उदयपुर। लायन्स क्लब उदयपुर ने हिरणमगरी से.4 स्थित लायन्स भवन में आज 50 वां चार्टर वर्ष मनाने के साथ-साथ लायन्स डिस्ट्रिक्ट 323 ई-2 के प्रान्तपाल अरविन्द चतुर की क्लब अधिकारिक यात्रा भी आयोजित की गई। समारोह में तीन चार्टर सदस्यों एक सौ वर्षीय केएल टाया, एमएस सच्चर एवं माना भण्डारी को सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए लायन चतुर ने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि मनुष्य की इच्छाशक्ति ने इतिहास को परिवर्तित करने की मन में ज्वाला पैदा की है और वे ही मनुष्य इतिहास को बदलने में सक्षम हुए है। उन्होंने कहा कि स्थायी सेवा कार्यो का नियमित रूप से संचालन करते हुए उनमें बढ़ोतरी करना आसान कार्य नहीं है लेकिन लायन्स क्लब उदयपुर ने इसे संभव बनाने का प्रयास किया है।
समारोह में प्रान्तपाल अरविन्द चतुर ने केएल टाया, केजी गट्टानी, वीके लाडिया, बीएल मून्दड़ा, जसवन्त गन्ना, रोशनलाल जोधावत, महेन्द्र अग्रवाल, रविन्द्र नाहर, राकेश जोधावत, रिजन चेयरमेन राजेश खमेसरा, राजेन्द्र शर्मा, अनिल नाहर, आरएल कुणावत, डॉ. आलोक व्यास, सुमित लुनिया, सीके गोयल, क्लब अध्यक्ष पूनम लाडिया, डॉ. एसएल काबरा, राजीव सुराणा, ओमप्रकाश अग्रवाल, एमएस नाहर, प्रेमलता मेहता, डॉ. विनय जोशी, अरविन्द रस्तोगी, मनीष बाहेती, एनएन अग्रवाल, डॉ. रणवीर नैनावटी, एसएस माण्डावत, शैलेष व्यास, डॉ. एसके काबरा, राजीव सुराणा को लायन्वाद में 10 से 50 वर्ष पूर्ण करने पर लायंस क्लब अन्तर्राष्ट्रीय से प्राप्त सर्टिफिकेट एवं पिन प्रदान कर सम्मानित किया।
एक लाख की लागत से लगेगा आरओ प्लान्ट : क्लब अध्यक्ष पूनम लाडिया ने प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि लायन्स क्लब की ओर से गोद लिये गये निकटवर्ती गांव धोल की पाटी सिथत राजकीय विद्यालय में 22 दिसम्बर को एक लाख की लागत से लगाये गये आरओ प्लान्ट का प्रान्तपाल अरविन्द चतुर के हाथों उद्घाटन कराया जाएगा। इस अवसर पर आज समारोह में विद्यालय के बच्चों के लिए पूर्व प्रान्तपाल अनिल नाहर की ओर बच्चों के लिए स्वेटर विद्यालय के प्रबंधन को प्रदान किये।
क्लब में दो नये बनाये गये सदस्यों को लायन्स क्लब की ओर से प्राप्त सर्टिफिकेट एवं पिन प्रदान की गई। क्लब सचिव एसएल काबरा ने इस वर्ष अब तक किये गये सेवा कार्यों की जानकारी दी। संयोजक डॉ. आलोक व्यास थे। ध्वज वंदना गीता जोशी ने प्रस्तुत की। संचालन घनश्याम जोशी ने किया। अंत में धन्यवाद डॉ. आलोक व्यास ने दिया।