ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
उदयपुर। राजपूत करणी सेना के प्रधान संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि ऐतिहासिक विषय वस्तु पर कुछ भी कहने, लिखने या कोई फिल्म बनाने से पहले इतिहास की पूरी जानकारी लें ताकि किसी की जनभावना आहत न हो, केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए फिल्मकार, सम्पादक, कहानीकार, टीवी सीरियल, नोवेल में इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है जिसे करणी सेना कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
शुक्रवार को उदयपुर प्रवास के दौरान पत्रकार वार्ता में करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह ताल, संभाग अध्यक्ष महेन्द्र सिंह पाटिया, संभाग महामंत्री भूपेन्द्र सिंह भिमडियास, डॉ. जयसिंह जोधा, कुंदन सिंह कच्छेर, धर्मवीर सिंह केरली सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
प्री स्क्रिप्ट की मांग : करणी सेना के कालवी ने कहा ऐतिहासिक विषयों पर बनने वाली फिल्म, टीवी सीरियल, पुस्तक या धारावाहिक को बनाने से पहले उसकी प्री स्क्रिप्ट को जांच करने के लिए सरकार अपने स्तर पर कमेटी बनाकर उसकी जांच करे। कमेटी में एक जज, दो पत्रकार, दो इतिहासकार हो। इस संदर्भ में सूचना एवं जनसम्पर्क निदेशालय एवं केन्द्रीय गृहमंत्री से मिलकर अवगत कराया जिस पर उन्होंने सहमति जताई।
आर्थिक आघार पर मिले आरक्षण : आरक्षण के सवाल पर उन्होने कहा कि जो व्यक्ति उपेक्षित है उसे आरक्षण का लाभ अवश्य ही मिलना चाहिए और आरक्षित को संरक्षण मिलना चाहिए। उन्होने कहा कि आरक्षण पर देश भर में बहस होनी चाहिए और उस पर एक जन समर्थन मिलता है तो आरक्षण पर निर्णय अवश्य ही आयेगा। उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर गुजरात में पाटीदार, राजस्थान में गुर्जर-ब्राहमण एवं राजपूत , हरियाणा में जाट, तथा तेलंगाना में भी अलग से राज्य की मांग उठ रही है। करणी सेना चाहती है कि सभी समुदायों को क जोडकर इस विषय पर चर्चा हो, इसी को लेकर आगामी दिनों में आरक्षण के विषय पर करीब 10 लाख लोगों के समर्थन से जनसभा को करने वाले है।