देशभर के विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव
उदयपुर। माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया-एमईएआई के डायमंड जुबली ईयर के अवसर पर ‘भारत में वर्तमान खनन व पर्यावरण मुद्दे’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन चार तकनीकी सत्रों में खनन विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए।
सेमिनार के दूसरे दिन देशभर से आए खनन विशेषज्ञों, कारोबारियों, इंजीनियरों, खनन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नियमानुसार खनन करने, खनन आवंटन की प्रक्रिया, पर्यावरण क्लीयरेंस, विभिन्न मिनरल्स के खनन की समय अवधि के अनुरूप खनन करने, खनन में नई तकनीक का उपयोग करके उत्पादन व गुणवत्ता बढ़ाने, ई-ऑक्शन की प्रक्रिया व नियम, वर्षा के दौरान आने वाली समस्याओं का सामना करने, माइनिंग एरिया में पौधारोपण करके पर्यावरण संरक्षण करने, खनन के दौरान सुरक्षा नियमों का ध्यान रखने, खनन के दौरान आने वाली चुनौतियों एव संभावनाओं पर अपने अनुभव साझा कर माइनिंग इंडस्ट्री की संभावनाओं और विकास पर जोर दिया।
मंचासीन अतिथियों में एमईएआई अध्यक्ष अरुण कोठारी, पूर्व अध्यक्ष टी. विक्टर, सीईटीए कॉलेज डीन एस.एस. राठौड़, प्रो. बी.बी. धर , दिल्ली समेत एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। सत्र के दौरान वक्ताओं ने उद्यमियों के सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासा शाांत की। साथ ही विभिन्न विषयों पर प्रजेंटेशन के माध्यम से उपयोगी जानकारी दी।
प्रथम सत्र में भारत के खनन उद्योग के नियम-रेग्युलेशन, बाई-लॉ, रेग्युलेटरी कन्स्ट्रेन्टस में वर्तमान में हुए संशोधनों पर चर्चा हुई। प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता खान विभाग के पूर्व निदेशक टी.वी. चौधरी व आरएसएमएम के सलाहकार व प्रमुख लाइम स्टोन डॉ. पी.सी. पुरोहित ने की। सत्र में एआर व सीए विजय सिंह ने मेजर मिनरल्स, पूर्व निदेशक खान आंध्रप्रदेश वी.डी. राजगोपाल ने क्रिटिकल एप्राइजल रिगार्डिंग माइनिंग रूल्स एंड रेग्युलेशन पर, अक्षय माथुर ने जिनेसिस ऑफ माइनिंग रेगयुलेशन एमेडमेंट व इम्पैट ऑन ग्राउंड एड वे एहेड फॉर मिनरल डवलपमेंट इन राजस्थान, खान भू विज्ञान विभाग के अतिरिक्त निदेशक एमएम पालीवाल ने सेलिएंट फीचर्स व आरएमएमसीआर 2017 के नियमों पर तथा खान विभाग के सेवानिवृत्त अतिरिक्त निदेशक वाईसी गुप्ता ने ग्रेनाइट की आवश्यकता, रिविजिट रून्स मिनिमम साइज ऑफ माइनिंग लीज, अंडर सेंट्रल ग्रेनाइट कंजरवेशन एंड डवलपमेंट रूल्स-1999 पर मंजीतसिंह ने सेडविक ऑटोमेशन इन माइनिंग पर पत्रवाचन कर उपयोगी जानकारी दी।
एनवायरमेंट-वोरेस्ट क्लीयरेंस इश्यू विषयक दूसरे सत्र की अध्यक्षता टाटा स्पोंज के एसके पाटनायक और खान मालिक एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के सचिव अक्षयदीप माथुर ने की। इसमें गुरुदीप सिंह प्रो. इंडियन स्कूल ऑफ माइंस धनबाद, डॉ. एसएस राठौड़ डीन सीटीईए कॉलेज, डीएन बोहरा, पूर्व अधिकारी भारतीय वन विभाग, लाइम स्टोन सलाहकार व हेड- लाइम स्टोन पीसी पुरोहिेत, प्रो. खण्डिरा पाठक, प्रो. आरडी सक्सेना, प्रो. के हरि, हिंदुस्तान जिंक के सह महाप्रबंधक डॉ. रामशंकर शर्मा ने पत्रवाचन किए।
खनन सुरक्षा, स्वास्थ्य व पर्यावरण विषयक तीसरे सत्र में अतिरिक्त निदेशक खान वाई.सी. गुप्ता, बीपी आहूजा, जेएसवीयू के पूर्व अतिरिक्त निदेशक प्रो. एसके सिंह ने खानों में सुरक्षा और मलेशिया टेक्नोलॉजी विवि के प्रो. रमेश मुरलीधर ने बिल्डिंग व ग्रीन मॉडल समेत प्रो. चांद चांदना, डॉ. वाईएल मेहता व डॉ. राजेाश अरोड़ा ने पत्रवाचन किया।
रिसेंट एडवेन्समेंट्स माइनिंग टैक्नोलौजी विषयक चौथे सत्र में हिन्दुस्तान जिंक लि. के केंद्रीय डिजाइन केंद्र के प्रमुख सीए पानिडिस, रामपुरा आंगूजा माइन्स जिंक भीलवाड़ा, के ईआर प्रवीण शर्मा, चाइना कोल ओवरसीज डवलपमेंट लिमिटेड के येंग क्वीजेन, पूर्व महानिदेशक जियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के सुदेश कुमार वधावन, पूर्व प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष जेएनवीयू डॉ. डी.एम. खुराना अर्थसाइंस विभाग आईआईटी मुंबई के प्रो. टीएन सिंह, खान प्रमुख जिंदल सॉ लि. के सुनील पांडे आदि ने पत्रवाचन किए।
समारोह समारोह रविवार को-एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं आयोजन समन्वयक डॉ. एसएस राठौड़ ने बताया कि रविवार को दोपहर ढाई बजे एवीपी सभागार में समापन समारोह आयोजित किया जाएगा जिसके मुख्य अतिथि केन्द्रीय खान सचिव अरूणकुमार होंगे।