उदयपुर। अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास नई दिल्ली द्वारा आयोजित जिला स्तरीय 18 वीं अणुव्रत नैतिक गीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन आचार्य महाश्रमण की आज्ञानुवर्ती शासनश्री मुनिश्री सुखलाल व मुनि मोहजीत कुमार के सानिध्य में तेरापंथ सभा के तत्वावधान में तेरापंथ भवन में हुई। इसमें जिले की 42 टीमों ने भाग लिया। प्रारम्भ में मंगलाचरण सरोज पोरवाल व शशि चव्हाण ने किया।
स्वागत सभाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता ने किया। कार्यक्रम का संचालन नीता खोखावत ने किया। मुनिश्री मोहजीत कुमार ने अपने कंठ द्वारा विभिन्न वाद्ययंत्रों की ध्वनि दी एवं मुनि जयेश कुमार ने गीत प्रस्तुत किया। मुनि श्री सुखलाल ने आशीर्वचन मंे बताया कि अपनी आत्मा व राष्ट्र को उन्नत बनाने के लिये संगीत एक साधना है। साधना के बिना मनुष्य मूल्यवान नहीं बन सकता है। बच्चें देश की भावी तस्वीर है। बच्चें जितने ज्ञानवान एवं चरित्रावान होगें उन्हीं के कारण इस तरह की प्रतियेागिता के आयोजन से देश आगे बढ़ता जायेगा। आलोक स्कूल के अध्यापक मनमोहन भटनागर ने प्रतियोगिता की सार्थकता बताते हुए कहा कि इन गीतों देश भक्ति के प्रति जागरूकता झलकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मंच की जितनी तारीफ की जाये उतनी कम है।
कार्यक्रम संयोजिका अणुव्रत प्रचेता प्रणिता तलेसरा ने संस्था की जानकारी देते हुए अणुव्रत द्वारा भावी पीढ़ी के विकास के साथ-साथ जीवन कल्याण निश्चित ही होगा। एकल गीत प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में प्रथम सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल, द्वितीय सेन्टपॉल स्कूल एवं तृतीय द स्टडी सी.सै. स्कूल बडी, वरिष्ठ वर्ग में सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल प्रथम,द्वितीय सेन्ट पॉल स्कूल एवं तृतीय द स्टडी स्कूल रहा।
समूह गीत गायन के कनिष्ठ वर्ग में सेन्ट्रलएकेडमी से.3 व से. 5 प्रथम, सेन्ट पॉल द्वितीय, आलोक सी.सै. स्कूल से. 11 तृतीय रहा। वरिष्ठ वर्ग में प्रथम सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल, सेन्ट्रल एकेडमी से.3 द्वितीय व तृतीय स्थान पर द स्टडी बड़ी व अन्य स्कूल रहे। कार्यक्रम में प्रियंका तलेसरा, मधु सुराणा, अनिता सुराणा, आरती जैन, पुष्पा कोठारी, स्वीटी कोठारी, शान्ता खिमावत, मंजू फत्तावत, प्रेरणा कोठारी, सरोज जैन ने सेवायें प्रदान की। धन्यवाद कार्यक्रम के सह संयोजक चन्द्रप्रकाश पोरवाल ने दिया।