तेरापंथी सभा की ओर से अभिनंदन समारोह
उदयपुर। शासन श्री मुनि सुखलाल ने कहा कि उदयपुर का श्रावक समाज प्रबुद्ध है। दूरी भी रहती है लेकिन आरम्भ में फिर भी सभी का अच्छा साथ रहा। आज वर्ष भर किये गए अच्छे कार्यों के मूल्यांकन का समय है।
वे रविवार को श्री तेरापंथी सभा की ओर से रविवार को अणुव्रत चौक स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में वर्ष भर के दौरान हुई विविध स्पर्धाओं यथा श्रावक प्रतिक्रमण सहित विभिन्न तपस्वियों का अभिनंदन किया गया।
मुनि सुखलाल ने कहा कि सौभाग्य है कि हमें तेरापंथ सम्प्रदाय में जन्म मिला। गुजरात में स्वामीनारायण सम्प्रदाय है। एक गुरु होने से सम्प्रदाय का पूरी दुनिया में बोलबाला है। लोग आदर की दृष्टि से देखते हैं। एक गुरु होने से सम्प्रदाय पर पकड़ मजबूत रहती है। बोहरा सम्प्रदाय को देखें। तेरापंथ में एक आचार्य का होना हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि तेरापंथ हस्तकला प्रदर्शनी मुनिवृन्द ने लगाई है।
मुनि मोहजीत कुमार ने कहा कि अब कार्तिक मास का शुभारंभ हुआ है। चातुर्मास परिसम्पन्नता की ओर है। साधु और श्रावक दोनों एक दूसरे को समझने का प्रयास करें। जहां समझ की कमी रहती है, वहां शिथिलता आती ही है। तप अभिनंदन का आज अवसर है। अध्यात्म को जीना चाहिए। अपने दायित्व बोध के प्रति भी जागृत रहना चाहिए। दर्शन प्रदर्शन के लिए नही प्रेरणा और प्रोत्साहन के लिए है। इसी से संघ आगे बढ़ता है। ज्ञान दर्शन और तप की स्पर्धाओं का आयोजन किया गया। समायोजन मुनि भव्य कुमार ने किया।
सभाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता ने बताया कि समारोह में श्रावक प्रतिक्रमण प्रतियोगिता में कविता बड़ाला, मधुबाला चव्हाण-उषा चव्हाण तथा ज्योति धूपिया-हर्षाली पोरवाल-स्वीटी कोठारी, आचार्य भिक्षु पर आयोजित वर्ग पहेली के विजेता में मधुबाला चव्हाण, दीपिका मारू एवं भंवरलाल पोरवाल क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे। इसी प्रकार प्रतिमाह भवन में सेवाएं देने वाले चिकित्सकों में डॉ. राजेन्द्र सामर, डॉ. राजेश पीतलिया, अर्जुन बाबेल एवं शिव कौशिक का सम्मान किया गया।
तेरापंथ महिला मंडल की ओर से आयोजित अभ्यर्थना प्रतियोगिता में उषा चव्हाण, सीमा पोरवाल एवं हेमलता चव्हाण क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे। सिद्धि तप करने पर कन्हैयालाल सरणोत एवं हेमलता चव्हाण, आयंबिल मासखमण करने पर सुमन कच्छारा का अभिनंदन किया गया।
जैन विद्या परीक्षा परिणाम में रेखा नांदरेचा, गर्व कावड़िया, हर्षिल बोहरा, कमला कोठारी, लक्षी जैन, सुरभि सुराणा, टीना मेहता, सीमा बाबेल, सुमित्रा माण्डोत, दीक्षा जैन, संयम नांदरेचा, लक्ष्य जैन, प्रकृति डांगी, आदित्य डांगी, पंकज हिरन, सीमा मांडोत, चन्द्रकांता बैद, पुष्पा नांदरेचा, पुष्पा जैन, प्रियल बोहरा द्वितीय, ऐश्वर्या सुथार, निशि सुराणा, भावना पोरवाल, मीना नांदरेचा तृतीय तथा विशिष्ट योग्यता रखने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। संचालन सभा मंत्री राजेन्द्र बाबेल ने किया। पुरस्कार वितरण तेयुप अध्यक्ष अरुण मेहता, सभाध्यक्ष सूर्यप्रकाश मेहता आदि ने किया। कार्यक्रम के बाद उपाध्यक्ष सुबोध दुग्गड़ ने दिवाली पर भगवान महावीर के निर्वाण दिवस पर जैन परंपरा से पूजा करने की प्रक्रिया बताई।