उदयपुर। उदयपुर बर्ड फेयर के दौरान प्रवासी पक्षियों के साथ हुई पैंथर की साइटिंग हुई। इस ऐतिहासिक मौके को सभी टीम सदस्यों ने अपने अपने कैमरों में कैद किया।
अनिल रोजर्स ने बताया कि सुबह 6 बजे उनके टीम सदस्य चेतक सर्कल से जावाई के लिए रवाना हुए जहां से सबसे पहले टीम वेलार पहुँची। वेलार में सदस्यों ने करीब 50 से ऊपर पक्षी प्रजातियों का अवलोकन किया एवं उनकी संख्या एवं व्यहवार संबंधित आंकड़ों को दर्ज किया। प्रवासी पक्षियों में उन्हें ग्रे लेग गूज सहित कई प्रवासी पक्षी दिखे साथ ही यहां इंडियन मार्श क्रोकोडाइल को भी देख टीम के सदस्य रोमांचित हो उठे। इसके बाद टीम काम्बेश्वर के लिए रवाना हुई जहां बार हेडेड गूज, नार्दन पिनटेल, नार्दन शोवलर के साथ ओपन बिल स्टोर्क, यूरेशियन कूट, ग्रे हेरॉन, पर्पल हेरॉन, वूली नेक्ड स्टोर्क, लैसर विस्लिंग टील सहित कई पक्षी दिखाई दिये। रोजर्स ने बताया इसके बाद टीम लंच के पश्चात पुनः बर्ड वाचिंग के लिए गयी जहां उन्होंने कई टेरेस्ट्रियल बर्ड्स को रिकॉर्ड किया जिसमें स्मॉल मिनिवेट, लैसर व्हाइट थ्रोट, एशियन ब्राउन फ्लाई कैचर, ब्लैक रेड स्टार्ट पैडी फील्ड पिपेट एवं अन्य पक्षियों को रिकॉर्ड किया।
यहां से टीम जवाई बांध स्थित वन विभाग के इंटरप्रेटेशन सेंटर गई जहां सदस्यों ने जवाई के बर्ड्स, वाइल्ड एनिमल्स, एक्वेटिक फॉना, एक्वेटिक फ़्लोरा सहित यहां के इतिहास को जाना। रोजर्स ने बताया कि इंटरप्रिटेशन सेंटर से रवाना हो कर टीम जगतला पहुंची जहां बर्ड वॉचिंग के दौरान उन्हें पैंथर की साइटिंग हुई। उन्होंने बताया कि यह 4 वर्षों के दौरान पहला मौका है जब बर्ड फेस्टिवल के दौरान पैंथर की साइटिंग हुई । इस दौरान उन्हें इंडियन ईगल आउल भी दिखाई दिया। रोजर्स की टीम में स्थानीय सदस्यों के साथ, आगरा उत्तर प्रदेश से आये कुणाल जैन, अजमेर से रश्मि स्वरूप, सुमन राठौड़, वर्षा सोनी एवं देवगढ़ राजसमंद आए पक्षी मित्र मनीष सोनी, उदयपुर के सर्प मित्र चमनसिंह चौहान सहित एमबी एवं बीएन कॉलेज के छात्र छात्राएं एवं उदयपुर के स्थानीय पर्यावरण प्रेमी एवं पक्षी मित्र मौजूद थे।