पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी आफ मैनेजमेन्ट एवं आल इण्डियां मेनेजमेन्ट एसोसिएशन, नई दिल्ली (आईमा) के संयुक्त तत्वाधान में उत्तर पश्चिम भारत के विधार्थियों के लिए साइम्युलेटेड मैनेजमेन्ट गेम्स पर कार्यशाला 20-21 सितम्बर 2017 को पेसिफिक इंस्टिट्यूट आॅफ मैनेजमेन्ट मे सम्पन्न हुई।
कार्यशाला में छात्रों को प्रबन्ध कौशल के साथ ही तार्किक क्षमता, प्रबन्धन, व्यापार कौशल आदि को सुदृढ़ करने का अवसर मिला। यह कार्यक्रम राजस्थान के किसी भी महाविद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय स्तर का अपनी तरह का एक मात्र आयोजन है जो कि पेसिफिक विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा तथा अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण आयोजन है। कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए डीन प्रो. महिमा बिड़ला ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किस प्रकार से छात्र सीमित संसाधनों द्वारा भी एक सफल व्यवसाय का समायोजन करें यह सिखाना ही इस कार्यशाला का मुख्य उदे्श्य है। उन्होंने साइम्युलेशन की जीवन प्रबन्धन व व्यवसाय प्रबन्धन में आवश्यकता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला का संचालन आईमा के डिप्टी डायेक्टर श्री एस.सी.त्यागी द्वारा किया गया। डा. नरेन्द्र सिंह चावड़ा ने बताया कि कार्यशाला में 22 टीमों के 88 विद्यार्थियों ने भाग लिया। डा. खुशबु अग्रवाल ने प्रतिभागियों को कार्यशाला की उपयोगिता के बारे में बताया।
कार्यशाला समन्वयक डा. शिवोह्म सिंह ने जानकारी दी कि प्रबन्ध साइम्युलेशन में प्रत्येक प्रबन्धकीय टीम एक परिकल्पित उपक्रम का प्रतिनिधित्व करती हैं, उन्हें एक परिकल्पित वातावरण में विभिन्न कार्यक्षेत्रों के विभिन्न प्रकार के निर्णय लेने होते हैं। उत्पादन, विपणन, वित्त, एवं मुल्य रीति-नीति सम्बन्धी लिए जाने वाले निर्णय आॅल इण्डिया मैनजमेन्ट एशोसियन के ‘चाणक्य’ नामक विशेष साफ्टवेयर में दर्ज किये जाते है। इसके फलस्वरूप कम्प्युटर सृजित अनेक विकल्प प्रतिभागी टीम के सम्मुख उपस्थित होते है। इन विकल्पों के सम्बन्ध में प्रत्येक टीम को एक वास्तविक उपक्रम की प्रबन्धकीय टीम की तरह एक श्रृंखलाबद्ध क्रम में अनेक निर्णय लेने होते है। इन सभी निर्णयों के आधार पर उस परिकल्पित व्यावसायिक उपक्रम के अन्तिम परिणाम कम्प्युटर साफ्टवेयर द्वारा प्रस्तुत किए जाते है।