सोलर स्ट्रीट लाइट्स से रोशन होगी जावर सहित 6 पंचायतें
हिंदूस्तान जिंक जावर माईन्स द्वारा ग्रामीण विकास एवं सामाजिक सरोकार कार्यक्रम के तहत् लगाई जाने वाली सोलर स्ट्रीट लाइट्स से जावर सहित 6 पंचायतें अब रोशन होगीं। इन सोलर लाईट्स को पंचायत एवं हिन्दुस्तान जिं़क सीएसआर द्वारा स्थान के चयन अनुसार लगाया जाएगा जिससे ग्रामीणों को अँधेरे से निजात मिल सकेगी।
सोलर लाइट्स लगाने का कार्यक्रम जावर से प्रारंभ होकर जावर माइंस की 6 अलग-अलग पंचायतों में 40 सोलर लाइटों के उद्घाटन समारोह से शुरू हुआ। शुभारंभ के अवसर पर स्थानीय सरपंच प्रकाश मीणा ने कहा की हिन्दुस्तान जिं़क जावर माईन्स द्वारा इस तरह के सामजिक सरोकार के कार्यों से हमारी ग्राम पंचयात के लोगों को अँधेरे से निजात तो मिलेगी ही साथ ही साथ स्थानीय लोगों मे सॉलर लाइट्स के प्रति रुझान भी बढ़ेगा।
कंपनी का दृढ़ विश्वास है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सामाजिक-आर्थिक विकास हेतु महत्वपूर्ण चालक है, और सस्ती हरित और स्वच्छ ऊर्जा समुदाय के साथ-साथ पर्यावरण के लाभ के लिए आदर्श है। जावर की बारह पंचायतों में पूर्व में 100 से अधिक सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाई जा चुकी हैं।
अक्षय ऊर्जा पहल के बारे में जावर माइंस के एसबीयू निदेशक किशोर एस का यह मानना कि उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा और स्मार्ट प्रौद्योगिकी अनुप्रयोगों के एकीकरण के माध्यम से ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बेहतर और मजबूत करना और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देना है। ग्रामीणों का जीवन सौर ऊर्जा से चलने वाली स्ट्रीट लाइट से लाभान्वित हुआ हैं जो गांवों को बेहतर रोशनी और सूर्यास्त के बाद सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। हम भविष्य में अन्य गांवों में अतिरिक्त स्ट्रीट लाइट और अन्य बुनियादी ढांचे और विकास परियोजनाओं को स्थापित करने और उज्जवल और प्रगतिशील ग्रामीण राजस्थान की कल्पना करते हैं।
कंपनी स्थानीय समुदायों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। जावर की 12 पंचायतों में पहले ही 100 से अधिक सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाई जा चुकी हैं, और 40 अतिरिक्त सोलर लाइट्स और लगायी जा रही हैं। यह पहल स्थानीय गांवों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, दुर्घटनाओं से बचेगी और रात में सभी के लिए दृश्यता में सुधार करेगी।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा सीएसआर के तहत् राजस्थान के 184, गुजरात के 16, और उत्तराखंड के 5 गांवों में विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, सतत आजीविका, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पर्यावरण सुरक्षा और अधिक जैसे प्रमुख क्षेत्रों में कार्य किये जा रहे है। इन परियोजनाओं में ग्रामीण समुदायों और गांवों में विकास और प्रगति के विविध क्षेत्रों को शामिल किया गया है।