शहर की स्वच्छता में लगेंगे चार चांद
लम्बे समय से चल रही समस्या का जिला कलक्टर ने किया निराकरण
उदयपुर। जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल, महापौर जीएस टांक पर्यटन नगरी उदयपुर को क्लीन सिटी बनाने के लिए मिशन मोड पर कार्य कर रहे हैं। मंगलवार को जिला कलक्टर ने उप महापौर और युआईटी के अधिकारियों के साथ मिलकर मंगलवार सुबह शहर का मैराथन निरीक्षण किया। महापौर जी एस टांक, उप महापौर पारस सिंघवी और आयुक्त मयंक मनीष के साथ बैठक की और अहम निर्णय लिए। इसके तहत यूआईटी क्षेत्रों में भी सफाई कार्य नगर निगम करवाएगा जिसके बदले यूआईटी नगर निगम को पैसा देगा। नगर निगम के बाहर न्यास क्षेत्र की समस्त कॉलोनियों, सड़कों, स्थानीय पंचायतों के आबादी क्षेत्र में घर-घर कचरा संग्रहण सहित क्षेत्र की समग्र सफाई का कार्य नगर निगम द्वारा किया जाएगा और उसका शत प्रतिशत खर्च युआईटी द्वारा वहन किया जाएगा।
तय निर्णय अनुसार नगर निगम के बाहर नगर विकास न्यास क्षेत्र के जोन 1 एवं 2 के कचरा संग्रहण के टेंडर नगर निगम करेगा।युआईटी जोन 3 एवं 4 के हो चुके टेंडर नगर निगम को स्थानांतरित करेगा। ऐसा होने से इन क्षेत्रों में कचरा संग्रहण के कार्य में होने वाली लेटलतीफी दूर होगी और शहरवासियों को राहत मिलेगी। निगम द्वारा अपने 70 वार्डों में पहले से ही घर-घर कचरा संग्रहण एवं सफाई कार्य किया जा रहा है। अब न्यास क्षेत्र में भी सफाई पूरा जिम्मा निगम के हाथ में होगा। ऐसे में शहर की स्वच्छता में चार चांद लगेंगे और पेशो-पेश की स्थिति दूर होगी।
कलक्टर ने शोभागपुरा में राजकीय प्राथमिक विद्यालय के बाहर तथा मेघवाल समाज छात्रावास के बाहर सड़क किनारे कचरा डंप किए जाने की स्थिति देखकर समस्या का जायजा लिया। इन इलाकों में सड़क किनारे पडे या इधर उधर फैले कचरे को तुरंत साफ करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कई स्थलों पर सड़क किनारे कचरे के ढेर लगे मिले। कलक्टर ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया और अधिकारियों को स्पष्ट किया कि पर्यटन नगरी में इस तरह की गंदगी का आलम बिल्कुल ही स्वीकार्य नहीं है। निरीक्षण के दौरान कलक्टर पोसवाल एवं आयुक्त मयंक मनीष ने शोभागपुरा, गरीब नवाज कॉलोनी, श्रीनाथ कॉलोनी आदि स्थलों पर दुकानदारों तथा आमजन से संवाद किया। उन्होंने कचरा संग्रहण वाहनों की नियमितता के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने आमजन सहित सभी व्यापारियों आदि से स्वच्छता में सहयोग करते हुए किसी भी प्रकार का कचरा सड़कों पर नहीं फेकने की अपील की।
सीवरेज के लिए डीपीआर बनाने के निर्देश
जिला कलक्टर ने नवरतन क्षेत्र की आवासीय सोसायटीज का अवलोकन करते हुए वहां सीवरेज सिस्टम की जानकारी ली। इस पर निगम अधिकारियों ने अवगत कराया कि इस क्षेत्र में सीवरेज प्लान नहीं है, सोसायटी डेवलपर्स ने ब्लॉक वाइज सैप्टिक टैंक बना रखे हैं। इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि यह पर्याप्त नहीं है। यहां सीवरेज की बड़ी समस्या सामने आएगी इसलिए जरूरी है समय रहते इस पर काम हो।