आचार्य अभिनन्दन सागर की निश्रा में बीसा हुमड़ भवन में हुआ समारोह
udaipur. तपस्या कर धर्म की राह पर चलना अब युवा वर्ग ने भी सीख लिया है। ऐसे ही एक युवा 33 उपवास कर धर्म की राह पर चलते हुए अन्य को भी इस ओर प्रेरित करें तो यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है।
सकल दिगम्बर जैन समाज की ओर से आचार्य अभिनन्दन सागर महाराज की निश्रा में आज तेलीवाड़ा स्थित बीसा हुमड़ भवन में 33 उपवास करने वाले 34 वर्षीय युवा चिकित्सक डॅा. राजेश कुमार जैन,16 उपवास करने वाली इनकी पत्नी रेखा जैन,32 उपवास करने वाली लक्ष्मी देवी गदावत,इनके पुत्र धीरज गदावत,32 उपवास करने वाली वयोवृद्ध तपस्वीनी सागर देवी सहित 225 तपस्वियों व तपस्विनियों का मुख्य अतिथि शहर विधायक गुलाबचन्द कटारिया,विशिष्ठ अतिथि भाजपा नेता ताराचन्द जैन, कवि प्रकाश नागौरी, समाजसेवी शांतिलाल वेलावत, हेमन्त गदिया, जमनालाल हड़पावत, बंसीलाल देवड़ा, जयकुमार कारवां ने माल्यार्पण कर श्रीफल एंव शॅाल, पगड़ी पहनाकर, प्रशस्ति पत्र एंव स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
आचार्य अभिनंदन सागर ने कहा कि चातुर्मास के दौरान की गई सामूहिक साधना इन साधकों के उज्ज्वल भविष्य का स्पष्ट संकेत देती है। मुनि अनुभव सागर महाराज ने दुर्लभ चेतन के अनुभव के लिए इस जन को तपाना पड़ता है। साधु तो प्रत्येक क्षण इस तपस्या को आधार बनाते ही है किंतु श्रावक भी अपनी शक्ति की परीक्षा उपवास आदि तपों के माध्यम से करता रहता है। गणिनी आर्यिका प्रज्ञामति ने श्रावकों को अपनी शक्ति को तप रूपी धर्म में लगाने की प्रेरणा दी।
चातुर्मास समिति के प्रचार-प्रसार प्रभारी हेमन्त गदिया ने बताया कि आचार्य के पाद प्रक्षालन का जमनलाल हड़पावत, शास्त्र भेंट करने का रोशनलाल गदावत परिवार एंव भेंट प्रदन करने का बंसीलाल देवड़ा परिवार ने लाभ लिया।
कटारिया ने कहा कि हजारों की संख्या के बीच उपस्थित तपस्वियों की कतार में मैं अपने आपको काफी कमजोर महसूस करता हूं। ऐसे आयोजन में आकर तपस्या से निकलने वाली उर्जा का प्राप्त कर अपने आपको काफी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। ताराचन्द जैन ने कहा कि चातुर्मास सभी के जीवन में नयी उर्जा की प्रेरणा देता है। जीवन में धर्म को त्याग के रूप में ग्रहण करना चाहिए। प्रकाश नागौरी ने कहा कि उपवास संयम के मार्ग पर वलने की प्रेरणा देते है।
कार्यक्रम में गत दिनों हिरण मगरी से. 4 में आयोजित धार्मिक शिविर में क्रांतिमंच द्वारा मुनि अनुभव सागर के प्रवचनों की श्रृंखला को ‘मुझे कुछ कहना है’ नामक पुस्तिका में लिपि बद्ध किया गया जिसका क्रांति मंच के अध्यक्ष निर्मल मालवी ने युवा तपस्वी डॅा. राकेश जैन के हाथों विमोचन कराया।
इस अवसर पर शांतिलाल वेलावत, जय कुमार कारवां ने प्रथम आचार्य शांतिसागर महाराज के चित्र का अनावरण किया। सांस्कृतिक मंत्री अंजना गंगवाल व मंजु गदावत ने अपने महिला मण्डल के साथ सभी महिलाओं का स्वागत किया। पार्श्वगनाथ दिगम्बर जैन बीसं पंथ एंव श्री शांतिनाथ दिगम्बर तेरापंथ खण्डेलवाल समाज के पदाधिकारी एंव नवयुवक मण्डल के पदाधिकारी अपने सदस्यों के साथ आयोजन के सफल बनाने में सक्रिय रहे। कार्यक्रम में दीक्षार्थी कमलाबाई सेठी भी उपस्थित थी।
चातुर्मास समिति के संरक्षक सेठ शांतिलाल नागदा ने बताया कि 14 अक्टूबर को आचार्य अभिनंदन सागर महाराज का केशलोच कार्यक्रम होगा। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष जनकराज सोनी तथा मंत्री चंदनमल छापिया ने बताया कि 21 अक्टूबर को टाऊनहॉल में जैनेश्वरी दीक्षा का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। संचालन मोहनलाल नागदा ने किया।