स्ट्रॉसबर्ग व उदयपुर के बीच समझौते पर हस्ताक्षर
महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन के उपसचिव (विकास) डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि फाउण्डेशन ने इस परियोजना की नींव 2006 में रखी थी। इसका मुख्य उद्देश्य उदयपुर शहर के स्थायी विकास को लेकर किए जाने वाले कार्य है. फाउण्डेशन, नगर परिषद उदयपुर एवं इंडियन हेरिटेज सिटी नेटवर्क, यूनेस्को द्वारा 2007 में इस परियोजना के पहले संयुक्त समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इसके बाद यूनेस्को एवं स्थानीय इकाई के मध्य अनेक कार्यशालाएं हुई तथा उनके एवं अपने विषय विशेषज्ञों ने कार्य संबंध पर चर्चा की।
29 सितम्बर को नगर परिषद सभापति रजनी डांगी के नेतृत्व में एक दल फ्रांस गया था. दल को 1 से 3 अक्टूबर 2011 में स्ट्रासबर्ग, 4 व 5 को नैंसी शहर में मुनिसिपल के तकनीकी अधिकारियों ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के प्रजेंटेशन दिए। बताया गया कि शहर में भ्रमण के लिए मुख्य रूप से चार-चार डिब्बों वाली छोटी-छोटी ट्रॉम का इस्तेमाल किया जाता है। शहर में चौपहिया वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग जोन हैं जबकि राहगीरों एवं साइकिल चलाने वालों के लिए अलग पार्किंग एवं मार्ग है। अधिकांश नागरिक अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग जोन में खड़ा कर ट्रॉम अथवा नाव से आवागमन करते हैं.
बताया गया कि स्ट्रॉसबर्ग शहर के मध्य ईल नदी गुजरती है जिसके दोनों तरफ हेरिटेज बिल्डिंग, होटल्स, रेस्टोरेंट एवं पुरातात्विक इमारतें हैं। वो पर्यटन का प्रमुख स्त्रोत है। नदी में बोटिंग भी होती है। नहर का मापक नियंत्रण के लिए एक विशेष कार्यप्रणाली स्थापित की गई है जो पानी के कम-ज्यादा दबाव को नियंत्रित करती है। शहर के म्यूजियम, हेरिटेज बिल्डिंग, ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक इमारतों तथा शहर की संकरी गलियों के मूलस्वरूप से छेड़छाड़ किए बगैर उसका अधिक से अधिक विकास एवं इस्तेमाल किया जाता है। समझौते के तहत फाउण्डेशन, नगर परिषद एवं इंडियन हेरिटेज सिटी नेटवर्क, यूनेस्को द्वारा तीन साल का 2013 तक राज्य स्तर पर कार्य किया जाएगा.
समझौते में ये थे उपस्थित
स्ट्रॉसबर्ग में हुए समझौते में नगर परिषद उदयपुर के कमिश्नर दिनेश कोठारी, इंचार्ज हेरिटेज सेल मनीष अरोड़ा, भारत के फ्रांस में कार्यरत भारतीय दूतावास के दूत राकेश सूद, स्ट्रॉसबर्ग नगर परिषद के डिप्टी मेयर्स, स्ट्रॉसबर्ग नगर परिषद के मेंबर्स एवं मिंजा याएंग आदि.