संभाग में शहर विधानसभा के लिए आए सर्वाधिक दावेदार
Udaipur. गत दिनों सर्किट हाउस में हुए हंगामे के बाद एक बार पार्टी के निर्देश पर फीडबैक लेने वापस आए एआईसीसी के पर्यवेक्षक चकित रह गए जब उदयपुर शहर विधानसभा सीट के लिए 15 से अधिक जनों ने दावेदारी प्रस्तुत की।
उल्लेखनीय है कि गत दिनों सर्किट हाउस में फीडबैक लेने आए पर्यवेक्षकों के समक्ष कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हो हल्ला किया था जिससे नाराज होकर ये वापस चले गए और आलाकमान को शिकायत की। इस पर कड़ा रुख आया कि अगर कोई अब वापस बदतमीजी करता है तो उसे छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा। इसका प्रभाव यह रहा कि रेती स्टेण्ड स्थित किसान भवन में आज पर्यवेक्षकों के समक्ष सभी ने शांति से अपनी अपनी दावेदारी पेश की।
पर्यवेक्षकों का मानना था कि राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता से जिस सीट पर मुकाबला है, वहां को हर किसी ने रसगुल्ला समझ रखा है। लगातार दो विधानसभा चुनाव से प्रतिपक्ष के नंबर दो नेता चुनाव जीत रहे हैं, वहां से किसी मजबूत दावेदार को सामने लाना चाहिए। पर्यवेक्षक किशोर उपाध्याय एवं प्रदेश सचिव दिनेश यादव ने कहा कि संभाग की किसी विधानसभा सीट से इतने नाम नहीं आए। दावेदारी का अधिकार सब को है लेकिन खुद का आकलन भी कर लेना चाहिए।
इन्होंने रखी दावेदारी : देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, सुरेश श्रीमाली, के. के. शर्मा, पंकज शर्मा, सीमा पंचोली, शराफत खान, त्रिलोक पूर्बिया, वीरेंद्र वैष्णव, नीलिमा सुखाडिय़ा, चंद्रसिंह कोठारी, शिवराजसिंह धाबाई आदि।