जंगलों में टूरिस्ट डेस्टीनेशन के विकास पर 5 करोड़ खर्च
Udaipur. मुख्य वन संरक्षक एन. सी. जैन ने कहा कि प्रकृति को नजदीक से जानने के लिए जंगलो में जाना चाहिए। नियमित दिनचर्या को कुछ के लिए आराम देकर जंगलों में जाकर कुछ नया करने का प्रयास करें ताकि प्रकृति के नजदीक रहे पल आपके जीवन में यादगार बन सकें।
वे कल वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति ’उमंग‘की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जनता को प्रकृति के नजदीक लाने हेतु वन विभाग ने जंगलो में टूरिस्ट डेस्टीनेशन को बढ़ावा देने के लिए पिछले 3 वर्षो में करीब 5 से 7 करोड़ रुपए व्यय कर अनेक जगह गेस्ट हाऊस का निर्माण कराया। उन्होनें बताया कि तनावमुक्त जीवन जीने के लिए जीवन में कुछ नया करने का प्रयास करना चाहिए और कुछ नया प्रकृति के समीप जाने से ही संभव है। जैन कहा कि मनुष्य से अधिक पक्षी प्रकृति की भाषा को बहुत जल्दी एंव अच्छी तरह समझ कर उसी अनुरूप अपना व्यवहार बदल देते है। जैन ने शहर के 20 किमी. के परिधि में आने वाले जंगल टूरिस्ट डेस्टीनेशन के बारे में विस्तार से बताया।
फ्लेमिंगो ट्रांसवर्ल्डि कम्पनी के समीर उपाध्याय ने बताया कि विदेशी ट्यूर के लिए दो माह ऑफ सीजन है। इसका पूरा उपयोग किया जना चाहिए। मूलत: अहमदाबाद की उक्त कंपनी ने राजस्थान के उदयपुर शहर में पहली शाखा खोली है। और अब तक विदेश के दो ग्रुप ट्यूर भी करा चकी है। इस अवसर पर हर्षित, आशीष सरूपरिया व अमित तंवर ने विभिन्न विदेशी ट्यूर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संचालन संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सुन्दरलाल दक ने किया।