नादब्रह्म का इस वर्ष दो दिनी आयोजन
Udaipur. शहर के प्रख्यात रंगकर्मी, अभिनेता, निर्देशक एवं बांसुरीवादक स्व. हेमंत पण्ड्या ‘दादू’ की स्मृति में नाद्ब्रह्म की ओर से हर वर्ष होने वाले समारोह ‘रंगांजलि’ इस वर्ष दो दिन का होगा। मुख्ये रूप से इसमें स्वयं पंड्या द्वारा निर्देशित नाटक ‘मन-मरीचिका’ की विशेष प्रस्तुति होगी। साथ ही यह प्रस्तुति उदयपुर के जाने-माने रंगकर्मी राकेश नायक ‘काकू’ को समर्पित होगी।
उल्लेखनीय है कि ये नाटक ‘‘मन-मरीचिका’’ राकेश नायक की कविताओं पर आधारित है। जिसमें हेमंत पंड्या के बाल सखा व पण्डित हरि प्रसाद चौरसिया के शिष्य पं. कुसुमाकर पंड्या ने संगीत दिया है। मन मरीचिका के क्रिएटिव डायरेक्टर शिवराज सोनवाल हैं।
नाद्ब्रह्म एवं डॉ. मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह की दूसरी प्रस्तुति जम्मू कश्मीर के लक्की गुप्ता लिखित, अभिनीत एवं निर्देशित एकल नाटक ‘माँ! मुझे टैगोर बना दो’, की प्रस्तुखति होगी। शिक्षक दिवस पर मंचित कहानी एक गरीब बच्चे की पढ़ाई करने एवं कविता लिखकर टैगोर जैसा बनने की संघर्ष यात्रा की है। भारत के सभी प्रतिष्ठित नाट्य समारोह में मंचित इस प्रस्तुति को अब तक सवा दो लाख से ज्यादा बच्चे देख चुके है जो कि एक कीर्तिमान है। जाने-माने रंगकर्मी गुप्ता द्वारा पंजाबी कहानी से प्रेरित होकर लिखे गए नाटक के देश भर में अब तक 299 प्रदर्शन हो चुके है और उदयपुर में 5 सितम्बर को होने वाली प्रस्तुति का ये 300 वां मंचन होगा। हेमंत पंड्या ‘दादू’ को अर्पित ‘रंगाजंलि’ में 4 सितम्बर व 5 सितम्बर को सायं 7.30 बजे विद्याभवन ऑडिटोरियम में दर्शकों को प्रवेश निशुल्क रहेगा।