गन्ना 30 का और माला 20 रुपए की
धूमधाम से मना दीप पर्व
udaipur. पांच दिवसीय दीपोत्सव का प्रमुख दीप पर्व शहर में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। माता महालक्ष्मी के मंदिर पर जहां अलसुबह श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी वहीं बाजारों में भी खासी भीड़ रही। ग्रामीण क्षेत्रों से आए महिला-पुरुषों ने खेंखरे पर पशुओं की श्रृंगार सामग्री खरीदी। बाजारों में महंगाई का असर स्पष्ट दिखा। हालांकि पटाखों का आलम यह कि सूरजपोल में तो दो बड़ी दुकानें दिवाली पर शाम को ही पटाखे खत्म हो जाने के कारण बंद हो गई।
सुबह से भट्टियानी चोहट्टा स्थित माता महालक्ष्मीजी के मंदिर में अलसुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ शुरू हो गई। कतारें काफी लम्बी लगी हुई थी। हालांकि व्याापारियों के अनुसार इस बार त्योहारी खरीद ही हुई। यानी आवश्यक वस्तुहएं, सजावटी सामग्री, पटाखे, घर-आंगन को सजाने की वस्तुओं की ही बिक्री हुई। इसके अतिरिक्त व्यापारियों के चेहरों पर खास खुशी नहीं रही। हर वर्ष के बजाय इस बार ग्राहकी का असर कम रहा। व्यापारियों का कहना था कि महंगाई का असर त्योहार पर साफ दिख रहा है। क्या मिठाई, क्या गहने और क्या कपड़े.. नौकरीपेशा को छोड़ दें तो व्यापारिक हालात काफी कमजोर हैं।
बाजारों की सजावट भी जोरदार की गई है।
चहुओर रोशनी की गई वहीं प्रत्येक व्यापारी ने अपने संस्थान को सजाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। माता महालक्ष्मी के पूजन में काम आने वाली वस्तुओं के भाव भी काफी ऊंचे रहे यथा गन्ना 15 से 30 रुपए तक बिका वहीं पान का पत्ता् 5 रुपए तक बेचा गया। पटाखों के लिए बच्चों को काफी मचलते देखा गया। अस्थायी पटाखा बाजार में तो भीड़ रही ही, साथ ही शहर में भी पटाखे की दुकानों पर खासी भीड़ रही। रंग-बिरंगी रोशनी वाले पटाखों के साथ अनार, फुलझड़ी आदि भी खरीदे गए।