बहुरंगी मछली पालन का प्रशिक्षण शुरू
उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक मात्स्यकी महाविद्यालय के विद्यार्थी मत्स्य कृषकों के साथ काम करेंगे। इस संबंध में रावे कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, डूंगरपूर के लिए छात्रों का एक दल गुरुवार सुबह रवाना हुआ।
मात्स्यकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. विमल शर्मा ने रावे समिति अध्यक्ष प्रोफेसर ओ. पी. शर्मा एवं सदस्य डॉ. सुबोध शर्मा की उपस्थिति में विद्यार्थियों के दल को रवाना किया। दल का नेतृत्व डूंगरपूर मे मात्स्यकी महाविद्यालय के डॉ. बी. के. शर्मा एवं डॉ. एम. एल. ओझा कर रहे हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि रावे कार्यक्रम के अन्तर्गत विद्यार्थियों को डेढ़ माह के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र, डूंगरपूर के अन्तर्गत स्थानीय मत्स्य कृषकों के परिवार से जोड़ा जाएगा तथा इस दौरान प्रत्येक विद्यार्थी एक मत्स्य कृषक की सभी सामाजिक, आर्थिक एवं व्यवसायिक गतिविधियों का अध्ययन करेगा एवं साथ ही उसकी कृषि एवं मात्स्यकी गतिविधियों मे सहयोग भी करेगा।
बहुरंगी मछली पालन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् की कृषि विकास योजना के अन्तर्गत डूंगरपूर के मत्स्य कृषकों के स्वरोजगार के लिए बहुरंगी मछली पालन के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ बुधवार को कृषि विज्ञान केन्द्र डूंगरपूर में हुआ। मुख्य अतिथि डूंगरपुर केवीके के कार्यक्रम समन्वधयक डॉ. एस. एन. ओझा ने उत्साहवर्धन करते हुए मछली पालन के विभिन्न आयामों में से एक-बहुरंगी मछली पालन व्यवसाय को अपनाने एवं आगे बढ़ाने की सलाह दी। अध्यक्षता मात्स्यकी महाविद्यालय के डॉ. सुबोध कुमार शर्मा ने की व अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने बहुरंगी मछली पालन के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला।