पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुआ ऑपरेशन
उदयपुर। शहर के 65 वर्षीय नर्बदा शंकर के लिए आज का दिन सुनहरा हो चला जब घुटने की बीमारी से उन्हें निजात मिल गई। महंगे इलाज के कारण बाहर जाने में असमर्थ नर्बदाशंकर के घुटने का ऑपरेशन पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में डॉ. सालेह मोहम्माद कागजी ने किया।
कई वर्षों से चलने-फिरने में असमर्थ नर्बदा शंकर ने घुटने की बीमारी को कई जगह दिखाया लेकिन महंगे इलाज के चलते वह इलाज नहीं करा पाए। पीएमसीएच में निशुल्क घुटना प्रत्यारोपण के बारे में पता चला तो उन्होंने यहां इलाज कराया। डॉ. कागजी ने बताया कि इस ऑपरेशन में दोनों घुटनों की क्षतिग्रस्त हड्डी को हटाकर उसकी जगह स्पेशल मेटल से बने विदेश से आयातित घुटने को बोन सीमेंट से चिपका दिया गया। ऑंपरेशन के पश्चात नर्बदा शंकर को 5-6 दिनों तक गहन निगरानी में रिहेबिलिटेशन कसरत कराई गई जिसके चलते अब वो पूरी तरह से पहले की तरह चलने-फिरने, सीढियां चढ़ने के साथ-साथ पांव मोड़कर आलती पालती मार के एक सामान्य आदमी की तरह बैठ सकते हैं।
संस्थान के डॉ. डी. पी. अग्रवाल ने बताया कि पीएमसीएच में ऐसे पूर्ण घुटना प्रत्यारोपण ऑंपरेशन में मरीज से मात्र तीस हजार रुपए लिए जाते हैं जबकि इसका वास्तविक खर्चा एक लाख रूपए आता हैं। सामाजिक सरोकारों को निभाते हुए प्रत्येक मरीज पर इस तरह के ऑंपरेशन पर आने वाला 70 हजार रूपए पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रशासन की तरफ से वहन किए जाते है। घुटना प्रत्यारोपण में मरीज को दुनिया की सर्वोतम जोनसन एण्ड जोनसन कम्पनी का घुटना लगाया जाता है। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में कृत्रिम घुटना एवं हिप प्रत्यारोपण के लिए विश्व स्तर का ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है जिससे ऑपरेशन के पश्चात संक्रमण की संभावना शून्य रहे। भविष्य में भी इस तरह के घुटना प्रत्यारोपण पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मात्र तीस हजार रुपए में किए जाएंगे।