तीसरी तिमाही में 1274 करोड़ रु. का शुद्ध लाभ
28800 टन परिशोधित सीसा धातु का उत्पादन।
57600 किलो चांदी धातु उत्पादन।
350 टन वार्षिक चांदी उत्पादन क्षमता रिफाइनरी में उत्पादन प्रारंभ।
2747 करोड़ रु. का राजस्व अर्जित जो छह प्रतिशत की बढ़ोतरी।
udaipur. वेदान्ता रिसोर्सेज पीएलसी की कंपनी हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने आज मुम्बई में आयोजित अपनी निदेशक मण्डल की बैठक में 31 दिसम्बरर को समाप्त तीसरी तिमाही एवं नौमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की।
तीसरी तिमाही में कंपनी ने 209007 टन जस्ता—सीसा खनिज धातु का उत्पादन किया। तीसरी तिमाही में कम्पनी ने 190950 टन जस्ता धातु का उत्पादन किया जो गत वर्ष इसी अवधि के दौरान उत्पादन की तुलना में ७ प्रतिशत अधिक है। इस अवधि के दौरान उत्पादन में प्राय: वृद्धि कार्यकुशलता में दक्षता के परिणामस्वरूप है।
तीसरी तिमाही में कम्पनी ने 28800 टन रिफाइन्ड सीसा धातु का उत्पादन किया जो गतवर्ष इसी अवधि की तुलना में 102 प्रतिशत अधिक है। इस तिमाही के दौरान रिफाइन्ड सीसा धातु में वृद्धि कंपनी की दरीबा में 100,000 टन प्रतिवर्ष सीसा स्मेल्टर परियोजना के सफलतापूर्वक संचालन से हुई है।
तीसरी तिमाही में कंपनी ने 57600 किलोग्राम चांदी धातु का उत्पादन किया जो गतवर्ष इसी अवधि की तुलना से 37 प्रतिशत अधिक है। कंपनी ने इस तिमाही में 350 टी.पी.ए. नये सिल्वर रिफाइनरी में सफलतापूर्वक उत्पादन प्रारंभ कर दिया है।
तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी ने क्रमश: 2747 करोड़ रु. का राजस्व अर्जित किया जो गतवर्ष की इसी समान अवधि की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक है तथा 1274 करोड़ रु. का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।
कंपनी की तीसरी तिमाही में जस्ता—सीसा की औसत कीमतें लंदन मेटल एक्सचेंज में क्रमश: 1897 तथा 1983 अमेरिकी डॅालर रही जो गतवर्ष इसी अवधि की तिमाही में जस्ता—सीसा धातु की एल.एम.ई. के औसत कीमतें क्रमश: 2315 तथा 2390 अमेरिकी डॉलर थी।
राजस्थान में सिन्देसर खुर्द खदान के विस्तार के साथ ही कंपनी का वर्ष 2012 तक 500 टन चाँदी उत्पादन करने का लक्ष्य है। पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भी हिन्दुस्तान जिंक की ऊर्जा उत्पादन क्षमता अब बढक़र लगभग 260 मेगावाट हो गयी है।
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