उदयपुर। शहर में पर्यावरण दिवस पर विविध आयोजन हुए। कई जगह पौधरोपण किया गया तो विचार गोष्ठियों के आयोजन भी हुए।
जेडब्ल्यू ने आज ‘गुम हो गये है या हमनें उन्हें भगाया है’ के संदेश के साथ विश्व पर्यावरण दिवस पर शोरूम एंव फतहसागर की पाल पर करीब 400 पौधों का वितरण किया। उदयपुर जेडब्ल्यू स्टोर इन्चार्ज भरत ने बताया कि लक्ज़री लाइफ स्टाईल पुरूषों परिधानों की आधुनिक शैली के साथ देश में रिटेल चैन के साथ आगे बढ़ रहे जेडब्ल्यू ने आज फतहसागर पर ‘गुम हो गये है या हमनें उन्हें भगाया है’ का संदेश देने वाले साईन बोर्ड लगाकर जनता को भावनात्मक संदेश देने का प्रयास किया है। यह संदेश आम जनता को यह याद दिलाना चाहता है कि पक्षी एंव प्राणी एक दिन इस सृष्टि के भाग थे लेकिन वे अब हमारें लिए दुलर्भ बन चुके है क्योंकि अब हम उन्हें कभी-कभार ही देख पाते हैं। विश्व पहले से ही ग्लोबल वािर्मंग एंव पर्यावरण अवनति जैसी समस्याओं से जूझ रहा है,ऐसे में यह संदेश देेते साईन बोर्ड निश्चित रूप से जनता के मस्तिष्क पर प्रभाव डालेंगे।
पर्यावरण की दृष्टि से हरित वृक्ष महत्वपूर्ण
जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वहविद्यालय के प्रतापनगर स्थित परिसर में शुक्रवार को विश्वा पर्यावरण दिवस पर रिफ्रेशर कोर्स के 52 छात्राध्यापकों ने रिडर, प्रोफेसर, रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल के नेतृत्व में नीम, आम, जामुन, कीकर, ईमली, पीपल, अमलतास, अशोक आदि कई औषधि के पौधे रोपकर उनके संरक्षण की जिम्मेदारी ली। पीजी डीन प्रो. प्रदीप पंजाबी ने बताया कि रजिस्ट्रार प्रो. अग्रवाल ने 52 छात्राध्यापकों को पौधे उनके नाम से गोद लेकर संरक्षण का संकल्प दिलाया। प्रो. सीपी अग्रवाल ने कहा कि वृक्ष पुत्रवृत हैं। पर्यावरण की दृष्टि से हरित वृक्ष का महत्व सर्वव्यापी है। इस अवसर पर डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. युवराजसिंह राठौड, डॉ. अमियानन्द गोस्वामी, डॉ. दिलीपसिंह चौहान, डॉ बलिदान जैन, ओम पारीक, डॉ पारस जैन, डॉ. सुनीता मुर्डिया, डॉ. रचना राठौड़, डॉ. कैलाश चौधरी, डॉ. गौरव गर्ग, चन्द्रेश छतलानी, भवानीपाल सिंह, डॉ. एसबी नागर, सहित अनेक छात्राध्यापकों ने पर्यावरण के संरक्षण की शपथ ली।