राजस्थान विद्यापीठ के 79 वें स्थापना दिवस पर कटारिया को मेवाड़ रत्न अलंकरण
उदयपुर। गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि अच्छे समाज की निर्माण की जिम्मेदारी शिक्षक के कंधों पर है। जब महात्मा गांधी स्वतंत्रता की अलख जगा रहे थे उस समय मेवाड़ के आदिवासी अंचल में जनुभाई शिक्षा की जोत जलाने में व्यस्त थे। विद्यापीठ की स्थापना उनकी अज्ञानता दूर करने की सोच का ही परिणाम है।
वे शुक्रवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के 79वें स्थापना दिवस पर प्रतापनगर स्थित आईटी सभागार में आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप् में संबोधित कर रहे थे। कटारिया को मेवाड़ रत्न अलंकरण से सम्मानित किया गया।
अध्यक्षता करते हुए कुलाधिपति एचसी पारख ने नई पीढ़ी से मेवाड के ग्रामीण समुदाय के काम हाथ में लेते हुए जनुभाई के सपनों केा पूरा करने की बात कही। कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि विद्यापीठ की स्थापना के पिछे स्व. नागर के उदेश्यों पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा स्वतंत्रता को लोकतंत्र के लिए आवश्यक बताया। जनुभाई की योजनाओं को साकार करने के लिए कार्यकर्ताओं से आव्हान किया। कुल प्रमुख बीएल गुर्जर ने कहा कि पं. नागर ने साक्षरता, बेहतर शिक्षा तथा मुल्य बोध की स्थानपा के लिए ही विद्यापीठ की स्थापना की।
कुल अध्यक्ष प्रो. देवेन्द्र जौहर, रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल, प्रो. एन.एस. राव, प्रो. प्रदीप पंजाबी, डाॅ. जीवन सिंह खरकवाल, डाॅ. सुमन पामेचा, डाॅ. मंजू मांडोंत, डाॅ. हरीश शर्मा, प्रो. जीएम मेहता, डाॅ. मनीष श्रीमाली, डाॅ. हेमशंकर दाधीच, डाॅ. संजय बंसल, डाॅ. शशि चितौडा, डाॅ. अमिया गोस्वामी, डाॅ. शेलेन्द्र मेहता, डाॅ. एल. आर. पटेल, डाॅ. सुनिता सिंह, डाॅ. युवराज सिंह राठौड, डाॅ. पारस जैन, डाॅ. दिलिप सिंह चैहान, डा. हीना खान, डाॅ. धमेन्द्र राजोरा, डाॅ. मेहजबीन सादडीवाला, डाॅ. सरोज गर्ग सहित विद्यापीठ के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे। समारोह का संचालन डाॅ. धीरज प्रकाश जोशी ने किया जबकि धन्यवाद प्रो सी.पी. अग्रवाल ने दिया।
भावुक हुए कटारिया:- समारोह में पं. नागर को याद करते हुए भावुक हो गये उन्होने कहा कि आज मैं जो भी आज हॅू इसके पिछे जनुभाई की प्रेरणा रही। उन्होने कहा कि अपने केरियर की शुरूआत विद्यापीठ के झाडोल में स्थित विद्यालय में शिक्षक के रूप में की। उन्होने कहा कि वर्तमान में शिक्षा के व्यवसायिककरण पर रोक लगेे वह सरकारी स्कूलों का स्तर को सुधारने की जरूरत है।
मूर्ति की स्थापना:- कटारिया ने कहा कि मेवाड़ के सुदूर गांवो में शिक्षा की अलख जगाने वाले पं. नागर एवं मोहन सिंह मेहता को आने वाली पीढ़ी सदियों तक याद रखे, इसके लिए नगर निगम से प्रयास कर मेवाड़ के शिक्षाविद् मोहन सिंह मेहता व पं. नागर की प्रतिभा उदयपुर शहर में लगवाई जायेगी।
कटारिया को मेवाड़ रत्न अलंकरण से नवाजा: कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने बताया कि मेवाड़ केे गौरव एवं गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया को उनकी विद्यालय शिक्षक से लेकर ऐतिहासिक धरा राजस्थान के लोकप्रिय गृहमंत्री की गौरवमयी यात्रा व समाज सेवा व समाज के विभिन्न क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए उन्हें मेवाड़ रत्न अलंकरण से नवाजा गया। उन्होने बताया कि कटारिया को सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह, शाॅल, पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया।