उदयपुर। रेल्वे में भर्ती के फर्जीवाड़े में अधिकारियों की असली मोहरें लगाकर धोखाधड़ी पूर्वक हस्ताक्षर करवाने वाले रेल्वे के एक अधिकारी को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया।
मुख्य आरोपी लखनऊ यूपी हाल कोटा निवासी शिवकुमार मिश्रा व कोटा में रेलवे गार्ड बजरंग नगर कोटा निवासी राजकुमार चोपड़ा को 11 अभ्यार्थियों को फर्जी तरीके से रेल्वे प्रशिक्षण संस्थान में प्रवेश दिलाने के लिए लाने और शिकायत पर गिरफ्तार किया था। एसके मिश्रा और राजकुमार चोपड़ा ने इस प्रकरण में गोपनीय सहायक तत्कालीन अधिकारी रामकल्याण मीणा के शामिल होने पर पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दिल्ली से रेल्वे के एक सहायक राधेश्याम बाघेल को गिरफ्तार किया था। इस मामले में पूछताछ में सामने आया कि रेल्वे सचिवालय में कार्यरत एक एमटीएस पद कार्यरत पन्नालाल नामक एक व्यक्ति ने फर्जी दस्तावेजों पर दिल्ली के अधिकारियों की असली सीलें लगाकर धोखाधड़ीपूर्वक अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर करवाए थे। इस पुलिस की एक टीम उदयपुर से राधेश्याम बाघेल को लेकर दिल्ली गई और वहां से आरोपी रेल्वे में एमटीएस पद पर कार्यरत पन्नालाल पुत्र मुन्नीलाल धोबी निवासी शाहगंज ईलाहबाद उत्तरप्रदेश हाल दिल्ली को गिरफ्तार किया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया जहां से चार जनवरी तक के रिमाण्ड पर प्राप्त किया है।