मिलाते थे पानी, तीन फरार
उदयपुर। गुजरात से आने वाले दूध के टैंकरों से दूध चोरी कर उसमें पानी मिलाकर बेचने की शिकायतें के मामले में पुलिस ने खेरोदा थाना क्षेत्र में होटल पर दबिश दी जिसमें एक जने को गिरफ्तार किया गया। तीन अन्य फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक राजेन्द्रअ प्रसाद गोयल ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तथा पुलिस उप अधीक्षक वल्लभनगर के निर्देशन में टीम गठित की गई। रात को मुखबिर की सूचना पर खेरोदा क्षेत्र में हाइवे स्थित ग्राम डांगी खेड़ा में हाइवे किनारे मोहन बा की होटल के पास स्थित निवास पर अंधेरे में एक टेंकर खड़ा मिला तथा कुछ संदिग्ध हलचल पाई गई। मौके पर पहुंचे तो तीन व्यक्ति दूध की चोरी करते हुए पाए गए। पुलिस को देखकर तीनों भाग निकले जिसमें विनोद कुमार पिता दलपतसिंह अहारी (30) निवासी असारीवाड़ा थाना पहाड़ा को पकड़ा। भरतकुमार तबियाड (30) निवासी रामपुरी थाना भीलोडा जिला सांबरकांठा गुजरात, मोहनलाल पिता शंकरलाल मेनारिया (70) निवासी वाना थाना खेरोदा साथ थे। चोरी किया दूध जेताराम विश्नोशई निवासी भेड़ भाखरी जोधपुर द्वारा ले जाया जाना था। मौके से मोहनलाल, जेताराम, भरत कुमार भाग निकले। मौके पर 9 ड्रमों तथा टंकियों में निकाला हुआ करीब 2500 लीटर दूध मिला। मौके पर टैंकर के ढक्कन को काटने के लिये गैस कटर, दूध निकालने के लिये पम्प तथा पानी मिलाने के पम्प वेल्डिंग मशीन, फिनिशिंग मशीन, गैस सिलेण्डर तथा अन्य कई औजार मिले जिन्हें पुलिस ने जब्त कर भीण्डर थाना लाए।
ऐसे होती थी दूध की तस्करी : दूध की तस्करी इस प्रकार करते है कि हाइवे स्थित होटल वालों से सम्पर्क कर गुजरात डेयरी से आने वाले टैंकर को होटलों के पीछे एकांत मे खड़ा करते हैं। फिर गैस कटर से टैंकर के ढक्कन को काटकर मोटर चलाकर दूध निकालते और वापस उतनी ही मात्रा में पानी मिला देते है पुनः गैस वेल्डिंग करते है। अन्य डेयरी में साबर डेयरी के दूध की कीमत 50-60 रूपये प्रति लीटर है लेकिन तस्कर इन्हें 20 रूपये प्रति लीटर में खरीदकर आगे सप्लाई करते हैं।
अन्य अभियुक्तो की गिरफतारी से कई राज खुलने की संभावना है तथा साबरकांठा स्थित साबर डेयरी की दूध की चोरी के इस गोरख धन्धें में लिप्त ट्रांसपोर्टर व डेयरी के अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत की भी जांच हो रही है।