जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में आए सुझाव
उदयपुर। उदयपुर जिले के बहुआयामी पर्यटन विकास के विभिन्न पहलुओं पर विचार के लिए जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक बुधवार को जिला कलक्टर रोहित गुप्ता की अध्यक्षता में हुई।
इसमें महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, नगर निगम के आयुक्त सिद्धार्थ सिहाग, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओपी बुनकर एवं पर्यटन उप निदेशक सुमिता सरोच सहित ट्रावेल्स व होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी, विभागीय अधिकारियों आदि ने हिस्सा लिया।
बैठक में पर्यटन स्थलों खासकर सहेलियों की बाड़ी के मुख्य द्वार के बाहर अनधिकृत विक्रेताओं व बेतरतीब ठेले वालों और भिखारियों को हटाने, नगर निगम द्वारा संचालित सिटी साईट सीन ट्यूर के संचालन को व्यवस्थित करने, शहर में हिन्दी एवं अंग्रेजी में साईनेजेज/गेन्ट्रीज लगाने, फतेहसागर एवं सुखाड़िया सर्कल पर नाईट बाजार को और अधिक बेहतर बनाने व समय बढ़ाने, सज्जनगढ़ स्थित फ्लड़ लाईट के कार्य को गति देने, ठेले वालों का पंजीयन करते हुए डेटा बेस को अद्यतन करने, सुखाड़िया सर्कल पर सुविधाओं के विस्तार, यातायात प्रबन्धों में सुधार के लिए कार्यवाही, शहर में नो वेण्डिंग एवं वेण्डिंग जोन घोषित करने, बाईक शेयरिंग आरंभ करने, नवम्बर से पेरासिलिंग की शुरूआत आदि पर निर्णय किया गया। जिला कलक्टर ने झीलों में अपशिष्ट डालने वालों के खिलाफ गंभीर कार्यवाही की चेतावनी दी और कहा कि जो होटलें ऎसा करेंगी उनके लाइसेंस निरस्त किए जाने की कार्यवाही की जाएगी।
महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने बताया कि नगर निगम पर्यटन विकास के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास कर रहा है और पर्यटक सुविधाओं में विकास तथा विस्तार के लिए ठोस कार्ययोजना अमल में लाई जा रही है। बैठक में यह भी चर्चा की गई कि साईट सीन के लिए आधे और पूर्ण दिन के पैकेज तय कर पर्यटकों को पर्यटन दृष्टि से सुसज्जित ऑटो के माध्यम से पृथक-पृथक पर्यटन रूट पर भ्रमण की सुविधा आरंभ करने की पहल की जाएगी तथा जो संचालन आगे आएंगे। उन्हें नगर निगम द्वारा हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। पर्यटन स्थलों की जानकारी का प्रचार-प्रसार करने के साथ ही इससे संबंधित सूचना साहित्य होटलों तथा टूरिस्ट इंफोर्मेंशन कियोस्क पर उपलब्ध रहेगा।
बैठक में उदयपुर जिले के पर्यटन विकास, पर्यटकों की सुविधाओं व सेवाओं में बढ़ोतरी, पर्यटन स्थलों को और अधिक आकर्षक बनाने आदि के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। इनमें सुखाड़िया सर्कल पर मल्टीनेशन खान-पान सुविधा, शहर में पार्किंग पर विशेष ध्यान देने तथा पर्यटन प्रचार साहित्य के प्रकाशन तथा अधिकाधिक प्रचार-प्रसार पर बल दिया गया।