पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ़ इंजीनियरिंग में भारत रत्न डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेसरैया की जयन्ती के उपलक्ष्य में इंजीनियर्स-डे मनाया गया। इस अवसर पर संस्था निदेशक पीयूष जवेरिया ने अतिथियों का स्वागत किया तथा विद्यार्थियों को डॉ विश्वेसरैया के विचारों तथा उनके द्वारा किये गए सराहनीय कार्यों के बारे में बताया।
कार्यक्रम में शामिल मुख्य वक्ताओं में सिंचाई विभाग के रिटायर्ड चीफ इंजीनियर तथा आई आई टी रूड़की के एलुमनाई अजय गर्ग, प्लास्टिक प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट तथा कलड़वास चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष मनोज जोशी तथा मैनेजर सिक्योर मीटर्स सोनिया केसवानी शामिल थे| अजय गर्ग ने अपने सम्बोधन में सिविल इंजीनियरिंग क्षेत्र से जुड़े चालीस वर्षों के अनुभवों को विद्यार्थियों के साथ साझा किया| उन्होंने विद्यार्थियों को अपने क्षेत्र में दक्षता हासिल करने के साथ मानवीय मूल्यों को विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया| मनोज जोशी ने बताया कि भारत गांवों में निवास करता है तथा आने वाले समय में इंजीनियरिंग गांवों के विकास में किस तरह अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है? विषय पर अपने विचार व्यक्त किये| उन्होंने विद्यार्थियों को देशभक्ति की भावना के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया| सोनिया केसवानी ने आज के परिप्रेक्ष्य में इंजीनियरिंग विद्यार्थियों में क्या स्किल-सेट होना चाहिए, विषय पर अपने विचार व्यक्त किये| उन्होंने विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान के साथ सॉफ्ट स्किल्स को विकसित करने, अपनी सोचने की क्षमता तथा रचनात्मकता को बढ़ाने, नवाचारों को सीखने के लिए कहा तथा साथ ही इंटरव्यू में सफलता प्राप्त करने के टिप्स भी दिए| कार्यक्रम में सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य तथा 350 से अधिक इंजीनियरिंग विद्यार्थी उपस्थित थे|