वित्तीय वर्ष में 4 हजार से अधिक नि:शुल्क लैंस प्रत्यारोपण के ऑपरेशन
राजस्थान में एकमात्र संस्थान
उदयपुर। अलख नयन मंदिर ने आंखों के लिए विश्व्स्तरीय स्टेम सेल की तकनीक भी उपलब्धय है। इस तकनीक से फिलहाल दो मरीजों का उपचार किया जा रहा है। यही नहीं राजस्थान में यह तकनीक उपलब्धता कराने वाला यह एकमात्र चिकित्सा संस्थान है।
संस्थान के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. एल. एस. झाला ने बताया कि संस्थान में मरीजों के उपचार में विश्वस्तरीय नवीनतम तकनीक अपनाई जा रही है। इसमें मोतियाबिंद में बिना टांकों के ऑपरेशन के लिये एलकॉन इनफिटी नामक मशीन, चश्मे से मुक्ति दिलाने के लिये लेसिक लेज़र पद्धति, रेटिना व काला पानी के इलाज के लिये मेडिकल व सर्जिकल दोनों प्रकार की सुविधाओं का उपयोग किया जाता है।
आंखों की एन्जियोग्राफी- ह्दय की धमनियों में खून का थक्का जमा होने पर उसकी एन्जियोग्राफी की जाती है ठीक उसी प्रकार आंखों के रेटिना तक पहुंचने वाली नलिकाओं में यदि खून का थक्का जमकर आंखों की रोशनी को प्रभावित करता है तो उसकी एन्जियोग्राफी कर उसका निदान किया जाता है।
डिटेचमेन्ट सर्जरी- आंखों के रेटिना को ठीक करने की यह भी एक प्रक्रिया है जिसे सर्जरी के जरिये ठीक किया जाता है।
बच्चों के इलाज की विशेष सुविधा : संस्थान की कार्यकारी ट्रस्टी डॉ. लक्ष्मी झाला ने बताया कि बच्चों की आंखों के इलाज के लिये विशेष अध्ययन की आवश्यकता होती है। अलख नयन मंदिर में डॅा. एल. एस. झाला के नेतृत्व में सीनियर कन्सलटेन्ट व कोर्निया विभाग के अध्यक्ष डॉ. अभिषेक, बाल नेत्र व ग्लूकोमा रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. दीपक गोयल व रेटिना रोग विशेषज्ञ डॉ. सुगनेश परमार सेवाएं दे रहे है।
उन्होंने बताया कि संभाग में यह एकमात्र संस्थान है जो सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों कोटड़ा, ओगणा, खेरवाड़ा व झाड़ोल जैसे गांवों से नेत्र रोगियों की जांच कर आवश्यकता होने पर संस्थान के खर्चे पर उन्हें यहां लाकर नि:शुल्क ऑपरेशन के जरिये लैंस प्रत्यारोपण तक किया जाता है।
नेत्र प्रत्यारोपण : संस्थान ने सिर्फ नि:शुल्क ऑपरेशन कर ही अपना ग्रामीणों के दिलों में अपनी जगह नही बनायी वरन् गत वर्ष 40 नेत्रहीनों को नेत्र प्रत्यारोपण कर उनके रंगहीन जीवन में नयी रोशनी दी ताकि वे इस रंगीन दुनिया को दूसरों की नजर से देख सके। यह आंकड़े भी इस संभाग में गत वर्ष में सर्वाधिक है।
नेत्र रोगियों के लिये अलख नयन मंदिर 12 वर्षों से नि:स्वार्थ सेवा कर प्रतिवर्ष कीर्तिमान दर कीर्तिमान स्थापित करता जा रहा है। वर्ष 2011-12 के दौरान अलख नयन मंदिर संस्थान ने जिला अन्धता निवारण समिति के सहयोग से 4 हजार से अधिक लैंस प्रत्यारोपण के नि:शुल्क ऑपरेशन किये, जो संभाग में सर्वाधिक है।