तेरापंथी मेवाड़ कॉन्फ्रेंस ने छेड़ा अभियान
उदयपुर। श्री जैन श्वेताम्बेर मेवाड़ तेरापंथी जैन कॉन्फ्रेंस ने हिरणमगरी सेक्टर 4 स्थित तुलसी निकेतन का कब्जा कॉन्फ्रेंस को दिलाने को लेकर जिला कलक्टर को पत्र दिया। साथ ही इसे अभियान का रूप देते हुए कतिपय लोगों द्वारा कॉन्फ्रेंस के छात्रावास पर कब्जे को हर हाल में मुक्त कराने का संकल्प जताया।
कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मात्र 47 पैसे प्रति वर्गफीट में आवंटित जमीन पर कथित समाजसेवकों की बुरी नजर पड़ गई और दुर्भावना के चलते अवैधानिक रूप से जालसाजी कर कॉन्फ्रेंस को छात्रावास के लिए आवंटित भूमि कतिपय लोगों द्वारा स्वयं की बनाई हुई एक संस्था तुलसी निकेतन प्रबंध समिति को सरकारी अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर नामांतरित करवा दी।
फत्ताावत ने आरोप लगाया कि सरकारी विभागों के हाल यह कि वर्ष 1984 से 1990 के बीच की कार्यालय टिप्पणियां तक गायब हैं। 1984 तक नामांतरण की प्रक्रिया चली जिसे सरकारी अधिकारियों ने नकार दिया। उसके बाद सीधे 1990 में आए तत्कालीन प्रन्यास चेयरमैन पीसी जैन के कार्यकाल में यह नामांतरण कर दिया गया। सीधे नामांतरण का कागज ही विभाग में उपलब्ध है। इसके अलावा कोई कार्यालय टिप्पणी उपलब्ध ही नहीं है। आरटीआई में मांगे गए कागजों में यह खुलासा हुआ है।
एक सवाल के जवाब में फत्तावत ने कहा कि प्रबंध समिति वर्तमान कथित छात्रावास का पूर्णत: व्यबवसायीकरण कर चुकी है जहां से प्रतिमाह 25 से 30 लाख रूपए की आय हो रही है। सिर्फ अपने घर भरने के अलावा समाज के हितार्थ कोई काम नहीं किया है। विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता, महापौर से लेकर उच्चाधिकारियों तक बात पहुंचाई जा चुकी है। यही नहीं यदि जयपुर और दिल्लीर तक भी जाना पड़ा तो हर हाल में कान्फ्रेंस जाएगी। आमरण अनशन भी करना पड़ा तो कॉन्फ्रें स तैयार है लेकिन अपना हक लेकर रहेगी। न्याभयालय का रास्ताह भी खुला है और विधिक सहायता भी ली जा रही है। प्रेस वार्ता में कॉन्फ्रेंस के भीलवाड़ा, आसींद, राजसमंद, कांकरोली, चित्तौवड़ सहित उदयपुर के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।