उदयपुर। कक्षा में 5 से ले कर कक्षा 10 तक रंग, हेल्थ को ले कर मिले उलाहनों ने उदयपुर की बेटी आराध्या राव की जिदंगी बदल दी। वह ईवा मिस इण्डिया सीजन-3 के नयी विजेता बनकर आज उदयपुर पंहुची।
आराध्या ने बताया कि उन उलाहनों को जीवन से परे हटाकर कुछ नया करनें की दृढ़ ईच्छा शक्ति ने उसे नोएडा में आयोजित हुई ईवा मिस इण्डिया प्रतियोगिता के फाईनल में पूछे गये अंतिम प्रश्न आपनंे जीवन में फैल्योर से क्या सीखा, के जवाब ने उसे ईवा मिस इण्डिया बना दिया। उन्होंने बताया कि रंग, हेल्थ ही सबकुछ नहीं है, कड़ी मेहनत के दम पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है और इसी वाक्य ने उसे यह ताज दिलाया है। हमें अपनी गलती से सीख लेते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिये। जीवन में हमें हर क्षण को इम्पू्रव करनें की सोच रखनी चाहिये।
सुश्री राव ने बताया कि जीवन में सफलता प्राप्त करने पीछे मेडिटेशन का बहुत बड़ा योगदान होता है और प्रत्येक मनुष्य को प्रतिदिन मेडिटेशन करना चाहिये। इससे पाॅजीटिव एनर्जी मिलती है। लाइफ मंे सबकुछ हासिल किया जा सकता है बशर्ते आपका मन शंात हो। उन्हेांने बताया कि इस पूरी प्रतियोगिता में जम्म-कश्मीर सहित देश भर से 1000 से अधिक लड़कियों ने भाग लिया। जिसमें से फिनाले में 22 पहंुची और उसमें से 21 लड़कियों को पीछे छोड़ते हुए इस ताज पर संभाग की तीसरी राव लड़की के रूप में अपना कब्जा जमाया। इससे पूर्व संभाग की दो अन्य राव परिवार की लड़कियों सुमन राव एवं वर्षा राव इस क्षेत्र में अपना परचम लहरा चुकी है।
फेमिना मिस इण्डिया का ताज पहनने का लक्ष्य- आराध्या ने बताया कि इस यात्रा में अपने पूरे परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जब भी कभी निराश होती तो अपने परिवार के सदस्यों का चेहरा देखती तो उससे नयी उर्जा एवं प्रेरणा मिलती। इस ताज को ग्रहण करने के बाद अब उनका लक्ष्य फेमिना मिस इण्डिया का ताज पहनना है।