उदयपुर की प्रथम पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर वर्कशाॅप सम्पन्न
125 से ज्यादा बाल एवं शिशुरोग विशेषज्ञों ने की शिरकत
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के बाल एवं शिशु रोग विभाग की ओर से आज उदयपुर की प्रथम पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर वर्कशाॅप का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय (ब्डम्) वर्कशाॅप का उदघाटन आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर के पूर्व प्राचार्य और नियंत्रक प्रोफेसर डाॅ.बी.भण्डारी,पीएमसीएच के चेयरमेन राहुल अग्रवाल, पेसिफिक मेडीकल विश्वविधालय के वाइस चाॅसलर डाॅ.डी.पी.अग्रवाल एवं पीएमसीएच के प्रिसिंपल डाॅ. एपी गुप्ता एवं वर्कशाॅप के आयोजक सचिव डाॅ.पुनीत जैन ने किया।
बच्चों में होनें बाली बीमारीयों में ऐन्टीबायोटिक्स का अगर सही तरीके से उपयोग किया जाए तो बच्चों के इलाज मे होने वाले खर्चे को काफी कम किया जा सकता है,यह कहना है एम्स् रायपुर से आए डाॅ.अतुल जिंदल का। डाॅ. जिन्दल ने ऐन्टीबायोटिक्स के सही तरीके से उपयोग के बारे में बताया।
वर्कशाॅप के आयोजक चेयरपर्सन डाॅ.ए.पी.गुप्ता ने बताया कि इस एक दिवसीय वर्कशाॅप में पीजीआई चण्डीगढ से प्रोफेसर डाॅ.अरूण बंसल ने बच्चों मे होने वाले गंभीर शाॅक के निदान एवं उपचार के बारें में बताया। जाॅयडस हाॅस्पिटल अहमदाबाद से डाॅ.अंकित मेहता ने बच्चों में होने वाले मस्तिष्क ज्वर (एक्यूट फेवराइल इन्सपेलोपैथी) के उपचार एवं निदान के बारे में बताया। इस अवसर पर एसएमएस,जयपुर से डाॅ.रवि शर्मा एवं पीएमसीएच के पीडियाट्रिक इन्टेसिविस्ट डाॅ.पुनीत जैन ने गंभीर रोग से पीढित बच्चों में एबीजी( आर्टिरियल ब्लड गैस डिस्टर्बवेन्स) से होने वाले बदलाव के बारे में बताया साथ ही बाल एवं शिशुओं के क्रिटिकल केयर की नवीन विधाओं पर चर्चाए की।
वर्कशाॅप के आयोजक सचिव डाॅ.पुनीत जैन ने बताया कि इस वर्कशाॅप का मुख्य उद्धेश्य ग्रामीण और शहरी में क्षेत्रों में कार्य कर रहे शिशुरोग विशेषज्ञों को बाल एवं शिशुओं के क्रिटिकल केयर पर नवीन तकनीकों से रूबरू कराना है। इस वर्कशाॅप में पोस्ट ग्रेजुएट्स एवं फैलो सहित लगभग 125 से ज्यादा बाल एवं शिशु रोग बिशेषज्ञ भाग लिया। इस वर्कशाॅप को राजस्थान मेडीकल काॅउसिल की ओर से भी अधिकृत किया गया है।