उदयपुर। पेसिफिक दंत महाविद्यालय एवं चिकित्सालय व इंडियन डेंटल एसोसिएशन ब्रांच के तत्वावधान में रविवार को रूट कैनाल ट्रीटमेंट की नई तकनीकों पर कार्यशाला हुई।
वक्ता सुभारती दंत महाविद्यालय, मेरठ के प्रोफेसर डॉ. सचिन गुप्ता थे। पूरे दिनभर सुबह 9 से शाम 6 बजे तक चली कार्यशाला में मरीजों के रूट कैनाल इलाज करने के मूलभूत तरीके, एक बार की बैठक में रूट कैनाल को पूरा करने के तरीके, रूट कैनाल इलाज की मशीन द्वारा नयी पद्धतियों व दाँतों की जड़ों को भरने के नए मसालों, इत्यादि की नवीनतम जानकारीयां दी गयी। उन्होंने दाँत में रोटरी उपकरण द्वारा रूट कैनाल करने के तरीके का सीधा प्रदर्शन किया। कुछ प्रतिभागियों को रूट कैनाल करना सिखाया। इस कार्यशाला हेतु 150 दंत चिकित्सकों का पंजीकरण हुआ। डॉ. कैलाश असावा, सेक्रेटरी आईडीए ने रूट कैनाल इलाज की उपयोगिताएं उसकी अस्पताल व निजी प्रैक्टिस में महत्व, इस इलाज की आवश्यकता इत्यादि के बारे में बताया। इस दौरान डॉ. अक्षय प्रकाश शर्मा, प्रेसिडेंट आईडीए डॉ. कैलाश असावा, सेक्रेटरी डॉ. संदीप मेटगुड एवं समस्त दंत चिकित्सक मौजूद रहे।